भारतीय जनता पार्टी द्वारा शनिवार को घोषित 46 प्रत्याशियों की सूची में मध्यप्रदेश से एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। पार्टी के दो कद्दावर नेता इससे प्रभावित हुए हैं । यह नेता हैं मोदी केबिनेट के दमदार मंत्री नरेन्द्र तोमर और फायर ब्रांड पार्टी नेता अनूप मिश्रा।
पार्टी ने श्री तोमर को उनके वर्तमान संसदीय क्षेत्र ग्वालियर के स्थान पर मुरैना से टिकट दिया है, उल्लेखनीय है कि नरेन्द्र तोमर ने पूर्व में इसी लोकसभा से जीत हासिल की थी। सूत्रों की माने तो पार्टी ने श्री तोमर के आग्रह पर ही उन्हें ग्वालियर के स्थान पर मुरैना से मैदान में उतारा है। श्री तोमर के ग्वालियर की जगह मुरैना से लड़ने के पीछे कई राजनीतिक कारण बताए जा रहे हैं।
उधर पार्टी द्वारा श्री तोमर को मुरैना से उतारे जाने के कारण यहां से पार्टी के एक बड़े नेता अनूप मिश्रा के लिए संकट खड़ा हो गया है। हालांकि पार्टी को अभी 14 प्रत्याशियों के नाम घोषित करना हैं ,हो सकता है श्री मिश्रा को कहीं से टिकट मिल जाये लेकिन पार्टी के अंदर से जिस प्रकार की खबरें आ रही हैं उनपर विश्वास किया जाए तो अनूप को मैदान में उतारे जाने के सम्भावना कम ही नजर आती है ऐसा इसलिए क्यों कि वे पिछले दो विधानसभा चुनाव भितरवार से हार चुके हैं।ऐसी स्थिति में पार्टी उनपर ग्वालियर से दांव लगाएगी इसकी संभावना नहीं के बराबर ही है।
उधर ग्वालियर की बात करें तो श्री तोमर के मुरैना से मैदान में उतरने के बाद उनकी ग्वालियर सीट से पार्टी किसे मैदान में उतारेगी इसपर सबकी निगाह लगी है। इस दौड़ में सबसे मजबूत नाम स्व राजमाता विजयाराजे सिंधिया की पुत्री शिवपुरी विधायक यशोधरा राजे का माना जा रहा है वे पूर्वमें भी यहां से जीत का परचम फहरा चुकी हैं। यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो महल से ज्योतिरादित्य या उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी के खड़े होने की सम्भावना समाप्त हो जाएगी जो भाजपा के लिए फायदेमंद होगा। यदि यशोधरा राजे मैदान में उतरनी इंकार करती हैं तो इस दौड़ में अनूप मिश्रा,महापौर विवेक शेजवलकर के नाम प्रमुखता से सामने आ सकते हैं।