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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच कराने में 14 साल से क्यों फिसड्डी रहा ग्वालियर ?

त्वरित टिप्पणी प्रवीण दुबे
14 साल में तो भगवान राम का वनवास भी समाप्त हो गया था लेकिन इसे ग्वालियर के क्रिकेट प्रेमियों का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि 14 साल का लंबा अंतराल गुजर गया लेकिन उन्हें ग्वालियर में कोई भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबला देखने को नहीं मिला, यहां नया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनने के बाद पांच माह पूर्व संभावना थी कि  अफगानिस्तान सीरिज का मैच ग्वालियर के नए स्टेडियम में देखने को मिलेगा लेकिन जिन्हें ग्वालियर में क्रिकेट का झंडा बरदार माना जाता है उनकी कमजोर लॉबिंग के कारण ग्वालियर की अनदेखी कर एक बार फिर इंदौर ने बाजी मार ली थी और ग्वालियर को आज तक अंतरराष्ट्रीय मुकाबले का इंतजार है।

ग्वालियर में 14 वर्ष पूर्व भारत दक्षिण अफ्रीका की टीमों के बीच 24 फरवरी 2010 को अंतिम एक दिवसीय क्रिकेट मैच ग्वालियर के कैप्टन रूपसिंह स्टेडियम पर खेला गया था। इसके बाद से कई मौके ऐसे आए जब विदेशी क्रिकेट टीमें भारत में सीरिज खेलने आईं लेकिन हर जब जब मध्यप्रदेश को मैच मिला इंदौर ने ग्वालियर से बाजी मार ली ,अफसोस का विषय यह रहा कि मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में ग्वालियर के सिंधिया का खासा दबदबा होने के बावजूद वे हमेशा ग्वालियर को मैच दिलाने में फिसड्डी ही साबित हुए। लिखने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि ग्वालियर को क्रिकेट  के अंतर्राष्ट्रीय पटल पर ख्याति दिलाने में जो उपलब्धि स्व माधवराव सिंधिया के नाम रही उसे ज्योतिरादित्य सिंधिया उतनी दम खम से आगे नहीं बढ़ा सके यही वजह रही कि पिछली 14 वर्षों में कई बार इंदौर में अंतरराष्ट्रीय मैच होते रहे और ग्वालियर को निराशा ही हाथ लगती रही।
पूर्व में ग्वालियर में अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित न हो पाने को लेकर एक मिथक यह भी फेलाया गया कि यहां के रूपसिंह स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं नहीं हैं इसके बाद ग्वालियर में नए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम निर्माण की कवायद शुरू हुई और 210 करोड़ की लागत से इस स्टेडियम को बने 6 माह से अधिक समय हो गया,घरेलू क्रिकेट के कई मुकाबले यहां हुए अंतरराष्ट्रीय मैच की आज भी यह स्टेडियम बाट जोहता दिखाई दे रहा है। यहां 15 जून से घरेलू स्तर का बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित होने जा रहा है जिसका कि बड़े पैमाने पर खूब ढिंढोरा पीटा जा रहा है लेकिन जो लोग ग्वालियर में क्रिकेट की कमान थामे हुए हैं उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि ग्वालियर वासियों का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबला देखने का 14 वर्ष पुराना वनवास कब समाप्त होगा?

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव का 15 जून को ग्वालियर आगमन पर नवनिर्मित क्रिकेट स्टेडियम के उदघाटन, नामकरण एवं मध्यप्रदेश लीग-सिंधिया कप के उदघाटन कार्यक्रम शामिल होने आ रहे हैं

मुख्यमंत्री डॉ. यादव शंकरपुर के समीप नवनिर्मित क्रिकेट स्टेडियम के उदघाटन व नामकरण एवं स्टेडियम में आईपीएल की तर्ज पर आयोजित होने जा रही एमपीएल-2024 मध्यप्रदेश लीग – सिंधिया कप के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव इसके बाद शंकरपुर के समीप स्थित नवनिर्मित अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के उदघाटन व नामकरण एवं स्टेडियम में आईपीएल की तर्ज पर आयोजित होने जा रही एमपीएल-2024 मध्यप्रदेश लीग – सिंधिया कप के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने पहुँचेंगे। ज्ञात हो एमपीसीए द्वारा लगभग 210 करोड़ रूपए की लागत से शंकरपुर के समीप अंतराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण किया गया है। इस स्टेडियम का नामकरण केन्द्रीय मंत्री स्व. श्रीमंत माधवराव सिंधिया के नाम से होने जा रहा है।

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