कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर (Coronavirus Thrid Wave) के खतरे के बीच अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) ने 16 साल तक के बच्चों के लिए इम्यूनिटी बूस्टिंग ‘बाल रक्षा किट’ विकसित की है. AIIA आयुष मंत्रालय के अधीन है. मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि किट कोरोना संक्रमण से लड़ने और बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करेगी.
क्या-क्या है किट में
आयुष मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि किट में अणु तेल, सितोपलादि और च्यवनप्राश के अलावा तुलसी, गिलोय, दालचीनी, मुलेठी और सूखे अंगूर से बना एक सिरप होता है, जिसमें अद्भुत औषधीय गुण हैं. इसके नियमित सेवन से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. अधिकारियों ने बताया कि यह किट आयुष मंत्रालय के सख्त दिशा-निर्देशों के तहत बनाई गई है. इसका निर्माण भारत सरकार के उपक्रम इंडियन मेडिसिन्स फार्मास्युटिकल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IMPCL) ने अपने उत्तराखंड स्थित प्लांट में किया है.
10,000 किट फ्री में बांटी जाएंगी
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, 2 नवंबर को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस (National Ayurveda Day) पर 10,000 किट फ्री में बांटेगा. भारत में अभी तक बच्चों के लिए कोई कोविड वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, इसलिए बाल सुरक्षा किट बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है. एआईआईए की निदेशक डॉ तनुजा नेसारी ने कहा कि बच्चों को अक्सर काढ़े और गोलियां लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है. चूंकि काढ़ा कड़वा होने के चलते बच्चों को इसे लेने में कठिनाई होती है इसलिए ऐसे काढ़े की चाशनी तैयार की गई है जिसमें सर्दी-खांसी से बचाव के लिए कुछ अन्य दवाएं भी मिलाई गई हैं.
बच्चों को दिया जाए ‘स्वर्ण प्राशन’
डॉ नेसारी ने कहा , ‘किट के साथ राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस 5,000 बच्चों को सुवर्णप्राशन (स्वर्ण प्राशन) दिया जाएगा. हमने इस उद्देश्य के लिए दिल्ली के स्कूलों से पहले ही संपर्क कर लिया है.’ उन्होंने कहा कि स्वर्ण प्राशन बच्चों के समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है. AIIA ने ‘स्वास्थ्य रक्षा किट’, ‘आरोग्य रक्षा किट’ और ‘आयु रक्षा किट’ तैयार की है, जो लोगों को काफी पसंद आ रही है.