सौरमंडल का सबसे चमकीला ग्रह शुक्र मंगलवार रात को और अधिक चमकदार दिखाई पड़ेगा। 28 अप्रैल को शुक्र ग्रह पृथ्वी के सापेक्ष सूर्य से सबसे दूर होगा। इसी वजह से शुक्र ग्रह सबसे ज्यादा चमकदार दिखाई देगा। इस दिन शुक्र ग्रह की चमक (-4.73) तक पहुंच जाएगी। जिन लोगों की आंखे पूर्ण रूप से स्वस्थ है, वो नंगी आंखों से शुक्र ग्रह की कलाओं को देख सकेंगे। साधारण दूरदर्शी की मदद से शुक्र ग्रह की कला को देख सकेंगे।
इंदिरा गांधी नक्षत्र शाला के वैज्ञानिक अधिकारियों के मुताबिक शुक्र के अधिक चमकदार होने की वजह से यह खगोलीय घटना सूर्यास्त से पहले ही दिखाई देने लगेगी। इसको पश्चिम दिशा में देखा जा सकेगा। शहरवासी रात 9.42 तक इसके नजारे ले सकेंगे। इसी साल 10 जुलाई को शुक्र ग्रह सबसे ज्यादा चमकदार दिखाई देगा।
सुमित के मुताबिक, इस दिन शुक्र ग्रह अपने सामान्य आकार से 40 प्रतिशत बड़ा नजर आएगा। यह बृहस्पति ग्रह से नौ गुना चमकीला और तारो में सबसे ज्यादा चमकदार तारे सीरियस से भी 20 गुना ज्यादा चमकदार नजर आएगा।क्यों दिखाई देता है अधिक चमकदार
जब सूर्य, शुक्र व पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं तो ये सभी ग्रह युति या कंजंक्शन बनाते हैं। ये युति दो प्रकार की होती है, इन्फेरियोर और सुपीरियर। लेकिन इसके अलावा शुक्र सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते समय दो बार पृथ्वी के सापेक्ष सबसे दूर दिखाई देता है विश समय उसका कोणीय व्यास बढ़ा हुआ दिखाई देता है। जिससे शुक्र ग्रह सामान्य से बड़ा व ज्यादा चमकीला दिखाई देता है।
स्कॉर्पिड्स उल्का वर्षा के नजारे भी देख सकेंगे28 तारीख को ही एक छोटी उल्का वर्षा स्कॉर्पिडस भी देखी जा सकेगी। जिसमे लगभग 5 से 10 उल्काएं या टूटते तारे दिखाई पड़ेंगे। सुमित के मुताबिक, रात 9 बजे दक्षिण पूर्व दिशा से ये उल्का वर्षा शुरू होगी। किन्तु क्षितिज पर होने से ज्यादा खूबसूरत नहीं होगी। रात में करीब 2.17 पर यह उल्का वर्षा दक्षिण दिशा की तरफ हमारे सर के ठीक ऊपर होगी। यानि रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक इस उल्का वर्षा को देखा जा सकेगा। इस उल्का वर्षा में अधिकतम 5 से 10 टूटते तारे ही दिखाई देंगे। जिसे देखने के लिए अत्यंत धैर्य की जरूरत होगी।