ग्वालियर 24 अगस्त 2021 – स्मार्ट सिटी द्वारा शहर के विकास व नागरिकों को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश से अनेक परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसी के चलते क्षेत्रीय लोगों को रोज़गार व व्यापार की सम्भावनाओं को बढ़ावा देने हेतु भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा रीजनल आर्ट एंड क्राफ़्ट सेंटर को पुनर्विकसित कर शिल्पियों को बेहतर सुविधाएँ प्रदान की गई हैं। वहीं दूसरी ओर ड्रीम हैचर इंक्युबेशन सेंटर के माध्यम से उद्यमिता को प्रोत्साहन व सहयोग दिया जा रहा है।
आज मंगलवार को रीजनल आर्ट एंड क्राफ़्ट डेवलपमेंट सेंटर में शिल्पियों द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में उपलब्ध कराने तथा ऑनलाइन माध्यम जैसे संसाधनों के बेहतर उपयोग करने से सम्बंधित कार्यशाला का आयोजन मोती महल स्थित आरएसीडीसी में आयोजित की गई। इस कार्यशाला में ग्वालियर स्मार्ट सिटी के कार्यपालन यंत्री श्री अंकित शर्मा तथा मार्केटिंग एक्स्पर्ट श्री वैभव दीक्षित व ड्रीम हैचर इंक्युबेशन सेंटर की ओर से दीपिका तेलंग व भविता कत्याल मुख्य रूप से उपस्थित थे।
ग्वालियर स्मार्ट सिटी सीईओ श्रीमती जयति सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा क्षेत्रीय शिल्पियों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उसी के चलते आज आरएसीडीसी को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया गया है। अब उनके उत्पादों को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में पहचान दिलाने के लिए तथा उनकी मार्केटिंग के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यशाला में सर्वप्रथम शिल्पियों के उत्पादों की जानकारी एकत्रित की गई तथा उनके अनुरूप वेबसाइड का चयन किया जाना है। श्री वैभव दीक्षित ने बताया कि इन उत्पादों के लिए होम डेकोर, आर्ट एंड क्राफ़्ट जैसी कैटेगरी में कार्यरत वेबसाइट पर शिल्पियों का पंजीकरण कर उत्पादों की लिस्टिंग की जायेगी। ऐसा करने का उद्देश्य यहाँ के क्षेत्रीय उत्पादों को बाज़ार तक पहुँचाना है। डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से आरएसीडीसी में वॉक इन बढ़ाने पर भी ग्वालियर स्मार्ट सिटी के इंक्युबेशन सेंटर ड्रीम हैचर द्वारा सहयोग प्रदान किया जाएगा।