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अब घर लौटने की चिंता जानिए आज सुबह से क्या है प्रयागराज का हाल, वीडियो में देखें कल का विहंगम दृश्य

मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में स्नान के लिए जुटी भारी भीड़ अब धीरे-धीरे अपने घरों को लौटने लगी है. लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी किसी चुनौती से कम नहीं है.

प्रयागराज महाकुंभ में भगदड से हुई मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल हुई। वकील विशाल तिवारी की ओर से दायर याचिका में इस घटना को लेकर यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट तलब किए जाने और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. याचिका में भविष्य में ऐसी दुर्घटना से बचने के लिए सभी राज्यों द्वारा कुंभ मेला क्षेत्र मे सुविधा सेंटर खोलने की मांग की गई है । याचिककर्ता के मुताबिक इन सेंटर में उन राज्यों से आने वाले लोगो की सुरक्षा इंतजामों और दिशानिर्देश की जानकारी दी जानी चाहिए । सड़क, मेला रूट , सुरक्षा प्रबन्धों को लेकर एनाउंसमेंट हिंदी के अलावा दूसरी भाषा में होने चाहिए ताकि गैर हिन्दी भाषी लोगों को दिक्कत न हो.

महाकुंभ में मौसम यू टर्न, फिर भी श्रद्धालु उत्साह

प्रयागराज में आज सुबह मौसम ने यू टर्न लिया  सड़के कोहरे से घिरी होने बावजूद इसके श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नजर नहीं देखी गई  कैमरे में जो तस्वीर कैद हुई, उसमें लाखों श्रद्धालु गंगा तटों की ओर से आते और जाते दिखाई दिए. श्रद्धा भावना से लबालब श्रद्धालुओं के मुंह से हर-हर गंगे बम बम बम जय शिव शंकर जय श्री राम का उद्घोष सुनाइ दे रहा है.

 

श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह वाराणसी पहुंच रहा

वाराणसी-प्रयागराज महाकुंभ मौनी अमावस्या स्नान के बाद श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह वाराणसी पहुंच रहा है. वाराणसी-प्रयागराज महाकुंभ मौनी अमावस्या स्नान के बाद श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह वाराणसी पहुंच रहा है. श्रद्धालु वाराणसी पहुंच कर बाबा विश्वनाथ का दर्शनपूजन कर रहे है. श्रद्धालु तीन चार घंटे लाइन में लगने के बाद मंदिर तक पहुंच पा रहे हैं. बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए करीब दो किलोमीटर लंबी लाइन में देर रात से लगे भक्त बाबा विश्वनाथ के दरबार में मत्था टेक रहे है.

घरों को लौट रहे श्रद्धालु रेलें खचा खच 

मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज में स्नान के लिए जुटी भारी भीड़ अब धीरे-धीरे अपने घरों को लौटने लगी है. लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी किसी चुनौती से कम नहीं है.

कुंभ में हादसे के बाद प्रशासन चौकस है और भीड़ पर नियंत्रण की कवायद में लगा है. लेकिन वापसी के लिए बेचैन श्रद्धालुओं के लिए इंतजार का एक-एक पल भी भारी पड़ रहा है.प्रयागराज ही नहीं आसपास के रेलवे स्टेशनों पर भी भीड़ बढ़ती जा रही है.

हर चार मिनट में किसी न किसी दिशा में ट्रेन रवाना हो रही

प्रयागराज जंक्शन पर हज़ारों लोग अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर अपनी ट्रेनों का इंतजार कर रहे हैं. इसके साथ ही अब भी कुंभ में आने वाले यात्रियों का तांता लगा हुआ है.

प्रयागराज रेलवे जंक्शन पर जमा ये भीड़ न सिर्फ प्रयागराज से सटे मध्य प्रदेश के रीवा और सतना ज़िलों से है बल्कि उत्तर प्रदेश, बिहार समेत कोलकाता और दिल्ली से लेकर चेन्नई तक के लोग यहाँ मौजूद हैं.

पटना की ओर जाने वाली कुंभ स्पेशल ट्रेन के डिब्बे में ज़मीन पर बैठी आरती देवी ने कहा, “हम नौ महिलाएँ एक ही गाँव से आई थीं लेकिन बुधवार रात की भगदड़ में पांच महिलाएँ हमसे अलग हो गईं. हमारा स्नान भी नहीं हो पाया और अब मजबूरी में हमें लौटना पड़ रहा है. गाँव से तीन लोग उन्हें ढूंढने आ रहे हैं.”

प्रयागराज से 1700 किलोमीटर दूर चेन्नई से आए चंद्रू भी अपने भारी झोले के साथ स्टेशन पर ट्रेन की तलाश करते दिखे.

उन्होंने कहा, “मैं यहाँ तीन दिनों से हूँ. सबसे बड़ी समस्या भीड़ को संभालने और व्यवस्थाओं की है. लाखों लोग यहाँ आए हैं लेकिन व्यवस्थाएं पर्याप्त नहीं हैं. लोगों को बहुत दूर तक पैदल चलना पड़ रहा है और अब लौटते समय भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन बस किसी तरह से लोगों को यहाँ से निकालने में जुटा है.”

स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “हमारे पास आदेश है कि कैसे भी करके शहर से लोगों को बाहर निकालो. हज़ारों यात्री ऐसे हैं, जो ग़लत ट्रेन में चढ़ गए हैं, लेकिन कम से कम स्टेशन ख़ाली हो रहा है. इससे भगदड़ जैसी स्थिति बनने से बचा जा सकता है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लोग किसी भी ट्रेन में बैठकर अपने घरों की दिशा में निकल जाएं.”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि बुधवार को प्रयागराज में आठ करोड़ से भी अधिक लोगों का दबाव था.

अधिकारियों को मुख्यमंत्री की तरफ़ से जारी निर्देशों में सबसे अहम था कि महाकुंभ मेला क्षेत्र हो या प्रयागराज से बाहर जाने के रास्ते पर कहीं भी यातायात न रुके. रेलवे से संपर्क-समन्वय बनाकर ट्रेनों का लगातार संचालन सुनिश्चित हो.

अधिकारियों के मुताबिक़ ख़ुद मुख्यमंत्री स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि रेलवे ने भी इस दौरान रूटीन और मेला स्पेशल ट्रेनों को मिलाकर लगभग 300 से अधिक ट्रेनें चलाई हैं.

नॉदर्न सेंट्रल रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि प्रयागराज से स्पेशल ट्रेनें संचालित की जा रही हैं. मंगलवार शाम को सात बजे तक तकरीबन 150 ट्रेनें चलाई गईं.

प्रयागराज जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक शिवमूर्ति ने बीबीसी को बताया कि मौनी अमावस्या के स्नान के बाद 28 जनवरी की रात 12 बजे से 29 जनवरी की रात 10 बजे तक 90 से ज्यादा ट्रेनें प्रयागराज जंक्शन पर आई हैं.

उन्होंने कहा, “लगभग हर 13 मिनट में एक ट्रेन यहाँ पहुंच रही है. रेलवे पुलिस बल, प्रदेश पुलिस, मेला व्यवस्था की टीमें और रेलवे के कर्मचारी तैनात हैं. हर ट्रेन के हर डिब्बे में कम से कम दो पुलिसकर्मी लगाए गए हैं ताकि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो.”

रेलवे के मुताबिक प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, नैनी जंक्शन और सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन से 100 गाड़ियां चलाई गई हैं. वहीं प्रयागराज परिक्षेत्र के उत्तर रेलवे के प्रयाग स्टेशन से 19, फाफामऊ स्टेशन से तीन और पूर्वोत्तर रेलवे के रामबाग स्टेशन से सात सहित झूसी स्टेशन से 21 गाड़ियों का संचालन भी किया गया है.

रेल मंत्रालय के प्रवक्ता दिलीप कुमार ने बताया कि प्रयागराज के हर स्टेशन के प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर क़रीब सात सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी निगरानी दिल्ली में रेल मंत्रालय के वॉर रूम से की जा रही है. यह वॉर रूम खासतौर पर कुंभ मेले की निगरानी के लिए तैयार किया गया है.

 प्रयागराज के छोटे-बड़े आठ स्टेशनों से पांच दिशाओं में हर 20 मिनट पर एक ट्रेन चलाई जा रही है.

इस तरह, प्रयागराज शहर से हर चार मिनट में किसी न किसी दिशा में ट्रेन रवाना हो रही है. रेलवे ने बुधवार रात 12 बजे से आज रात 12 बजे तक 300 से ज्यादा ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है और ज़रूरत पड़ने पर इस संख्या को और बढ़ाया जा सकता है.

 

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