अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जैन समुदाय को पर्यूषण एवं दशलक्षण पर्व के समापन दिवस पर शुभकामनाएं दीं। अमेरिका में जैन समुदाय के 1,50,000 से अधिक लोग रहते हैं जो भारत के बाहर कहीं भी इस समुदाय की सर्वाधिक संख्या है। बाइडन ने रविवार को फेसबुक पर लिखा, ‘जिल और मैं अमेरिका तथा दुनियाभर के जैन समुदाय के लोगों को शुभकामनाएं देते हैं जिनके पर्यूषण एवं दशलक्षण पर्व का समापन हुआ है।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘आत्मावलोकन एवं क्षमा के इस समय में, हमें जीवन में शांति एवं संतोष प्राप्त हो। मिच्छामी दुक्कड़म और उत्तम क्षमा।’
जैन समुदाय के लोग पर्यूषण पर्व के दौरान आठ से दस दिन तक उपवास एवं ध्यान करते हैं। दस दिवसीय पर्व दशलक्षण पर्यूषण के बाद शुरू होता है। अमेरिका में जैन समुदाय के लोगों ने अमेरिकी राष्ट्रपति के संदेश का स्वागत किया। दक्षिण एशियाई समुदाय के नेता अजय भूतोरिया ने जैन समुदाय के लोगों को शुभकामनाएं देने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति का आभार जताया। आचार्य लोकेश मुनि ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति की शुभकामनाओं का स्वागत किया। अमेरिका में जैन समुदाय के लोगों की अच्छी खासी आबादी है और उसी का असर है कि राष्ट्रपति ने पर्यूषण पर्व की शुभकामनाएं दी हैं।
इससे पहले भी अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से भारतीय समुदाय को दिवाली और होली जैसे पर्वों पर शुभकामनाएं दी जाती रही हैं। यही नहीं वाइट हाउस में दिवाली पर कार्यक्रम का आयोजन भी हो रहा है। गौरतलब है कि अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की बड़ी आबादी है। यहूदी, चीनी और भारतीय समुदाय के लोगों की अच्छी खासी आबादी अमेरिका में है और इसका असर उसके प्रशासन पर भी देखने को मिलता रहा