उत्तर प्रदेश स्थित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जिस छात्र ने पुलवामा चरमपंथी हमले के बाद ट्वीट किया था: ‘How is the Jaish, Great Sir’, उसे यूनिवर्सिटी प्रशासन ने निलंबित कर दिया है.
साथ ही इस छात्र के ख़िलाफ़ मिली शिकायतों के आधार पर स्थानीय पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में पढ़ रहे इस छात्र ने 14 फ़रवरी की शाम भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ़ के क़ाफ़िले पर हुए चरमपंथी हमले के बाद एक विवादित ट्वीट किया था.
इस विवादित ट्वीट को सोशल मीडिया पर लाखों बार शेयर किया जा चुका है और अधिकांश लोगों ने इस ट्वीट के बारे में लिखा है कि ये ‘संवेदनहीनता’ से भरा हुआ है और इसे पढ़कर लगता है कि छात्र के मन में तथाकथित चरमपंथी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के लिए सहानुभूति है.
जैश-ए-मोहम्मद वही चरमपंथी संगठन है जिसने गुरुवार शाम को पुलवामा में केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के क़ाफ़िले पर आत्मघाती हमला करने की ज़िम्मेदारी ली थी.
जाँच शुरू, कार्रवाई करने का दावा
एएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर शाफ़े क़िदवई ने मीडिया को बताया, “जिनके ट्वीट को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है वो एएमयू के ही स्टूडेंट हैं और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. छात्र के इस ट्वीट के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन उनके व्यवहार की जाँच कर रहा है.”
डॉक्टर क़िदवई ने कहा, “ऐसे संवेदनशील मामलों पर यूनिवर्सिटी की ‘ज़ीरो टोलरेंस’ की नीति है. हम किसी भी छात्र का ऐसा रवैया बर्दाश्त नहीं करेंगे.”
वहीं अलीगढ़ पुलिस का कहना है कि उन्होंने इस मामले में एफ़आईआर दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है.
अलीगढ़ के अपर पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया, “हमें विवादित ट्वीट के बारे में कई शिकायतें मिली थीं. हमने इसके ख़िलाफ़ केस दर्ज कर लिया है. जाँच शुरू हो चुकी है. फ़िलहाल हम उस छात्र की सही पहचान करने में जुटे हैं. पहचान पूरी होने के बाद इस मामले में कार्रवाई ज़रूरी की जाएगी.”
जिस छात्र ने ये ट्वीट किया था उसका ट्विटर अकाउंट बंद हो चुका है. हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि ट्विटर अकाउंट छात्र ने ख़ुद बंद किया या लोगों की शिकायत पर ट्विटर ने ये कार्रवाई की है.