अहिल्याबाई होल्कर भोपाल/ लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के 300 वें जयन्ती वर्ष के अवसर पर भोपाल में शोधपत्र सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य लोकमाता के कृतित्व पर गहन अनुसंधान और विचार-विमर्श करना है। आज मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री श्री इंदर सिंह परमार के हाथों शोधपत्र के पोस्टर का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर प्रवेश एवं शुल्क निर्धारण समिति के अध्यक्ष श्री रविन्द्र कान्हेरे, शिक्षाविद श्री प्रकाश बरतूनिया, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. एस के जैन, अटल बिहारी वाजपेई हिंदी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. खेमसिंह डहेरिया, सांची विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. बैद्यनाथ लाभ, मध्य प्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग से डॉ. विश्वास चौहान जी, डॉ. सचिन तिवारी जी एवं कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. अमिताभ सक्सेना जी विशेष रूप से उपस्थित थे।
सम्मेलन में लोकमाता पर केंद्रित पांच प्रमुख विषयों पर शोधपत्र प्रस्तुत किए जा सकते हैं, जिनमें न्यायप्रियता और प्रशासनिक दक्षता, पंच परिवर्तन से लोककल्याण, सांस्कृतिक पुनर्निर्माण से राष्ट्रजागरण, नारी स्वाभिमान-जागरण से समाज उत्थान और सामाजिक कुरीतियों को चुनौतियों और उनका समाधान शामिल हैं। इस शोधपत्र सम्मेलन में शोधार्थियों से अपेक्षा है कि वे इन विषयों पर मौलिक शोध कर अपने विचार प्रस्तुत करें।
सम्मेलन में भाग लेने के लिए पंजीकरण निःशुल्क है और शोधपत्र 15 फरवरी 2025 तक जमा किए जा सकते हैं। शोधपत्र की शब्द सीमा 3000 से 5000 शब्दों के बीच होनी चाहिए।
इस सम्मेलन का आयोजन अखिल भारतीय स्तर पर उच्च शिक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों, शोधार्थियों और प्राध्यापकों के लिए किया जा रहा है, और यह अवसर लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के योगदानों को सही परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करने के लिए महत्वपूर्ण है।