Homeग्वालियर अंचलआखिर कहां खो गईं है हमारी मानवीय संवेदनाएं

आखिर कहां खो गईं है हमारी मानवीय संवेदनाएं

ग्वालियर /यूं तो इस खबर को एक दुर्घटना के नजरिए से भी देखा जा सकता है लेकिन यह खबर हमारे समाज में गिरती मानवीय संवेदनाओं की ओर भी इशारा करती है। जरा सोचिए की इस भागती दौड़ती जिंदगी में मानवीय संवेदनाएं किस कदर महत्त्वहीन हो रही हैं की राह चलता एक शख्स  पहले किसी वाहन की चपेट में आकर दम दौड़ता है और पूरी रात उस व्यक्ति के ऊपर से सड़क पर दौड़ते सनसनाते वाहन गुजरते जाते हैं  बार-बार भारी वाहन गुजरने से शव सुबह तक मांस के चीथड़ों में बदल जााता है। हाईवे पर कहीं हाथ जा गिरता ह तो एक किलोमीटर दूर अंगुलियां जा पहुंचती हैं जो वाहन इस दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति के ऊपर से गुजर रहे थे उनमें सवार किसी भी व्यक्ति अथवा वाहन चालक ने यह मानवीयता दिखाना उचित नहीं समझा की आखिर दुर्घटना का शिकार हुआ यह शख्स कौन है वे चाहते तो इसकी सूचना पुलिस को भी दे सकते थे हो सकता है जब दुर्घटना के बाद उसके ऊपर से पहला वाहन गुजरा था तब वह मृतक जीवित हो और तुरत चीकित्सा मिलने से उसकी जान बच जाती।

ग्वालियर-झांसी हाईवे पर टेकनपुर गुरुद्वारा के पास से सोमवार सुबह जब लोग गुजरे तो सड़क पर मांस के लोथड़े पड़े देखकर सनसनी फैल गई। तत्काल मामले की सूचना पुलिस कन्ट्रोल रूम को दी गई। डबरा, टेकनपुर पुलिस वहां पहुंची। हाईवे पर दूर-दूर तक खून के निशान थे। जहां तक नजर जा रही थी वहां तक मास के टुकड़े पड़े दिख रहे थे पर शव कहीं नहीं था।

पुलिस अफसरों को समझते देर नहीं लगी कि रात को कोई व्यक्ति हादसे का शिकार हुआ है और उसे कई वाहनों ने रौंदा है। इस कारण उसके शव के टुकड़े-टुकड़े हो गए हैं। पुलिस ने तत्काल फोरेंसिक टीम को कॉल कर जांच शुरू कर दी।

सैकड़ों वाहन शव क ऊपर से गुजरे

जिस तरह से हाईवे पर शव टुकड़ों-टुकड़ों में मिला है या यह कहें शव के टुकड़े मिले हैं उससे साफ है कि रास्ता पार करते समय किसी व्यक्ति को अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मारी होगी है। व्यक्ति मृत या बेहोश होने के बाद हाईवे पर गिरा होगा। इसके बाद रात भर वहां से गुजरने वाले सैकड़ों भारी वाहन उसके ऊपर से गुजरते गए होंगे। बार-बार भारी वाहनों के पहिए गुजरने से शव मिनटों में टुकड़ों और उसके बाद चीथड़ों में बदलता चला गया। सोमवार सुबह 5 बजे तक यह हाल था कि शव मांस के छोटे-छोटे टुकड़ों में बदलकर सड़क पर चिपका हुआ था।

जहां हाथ मिला वहां से एक किलोमीटर दूर मिली अंगुली

पुलिस ने नेशनल हाईवे -44 पर पहुंचकर शव के टुकड़े उठाना शुरू किए। जहां से पुलिस ने हाथ का पंजा उठाया उस स्पॉट से एक किलोमीटर दूर हाथ की अंगुली पड़ी मिली है। इसके साथ ही चेहरा तो कहीं मिला ही नहीं है। पेट, पैर भी नहीं मिले हैं। सिर्फ हाथ के पंजे मिले हैं। पुलिस ने हाईवे से शव को खरोंचकर निकाला है। अनुमान है कि ट्रकों के पहियों के साथ शव के चीथड़े दूर-दूर तक गए होंगे।

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