प्रवीण दुबे
मंगलवार को ग्वालियर पहुंची भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान ऊंट पुल पर खींची गई यह तस्वीर वर्तमान के चुनावी माहौल में कुछ खास बन गई है। इस तस्वीर में भाजपा के दो दिग्गज नेता और प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके अनूप मिश्रा और नारायण सिंह कुशवाह मंच पर बैठे जन आशीर्वाद यात्रा के आगमन का इंतजार करते दिखाई दे रहे हैं । इनके आसपास काफी संख्या में समर्थक भी खड़े हैं।
तस्वीर में दोनों ही नेताओं के चेहरे पर एक अजीब तरह की तनाव भरी गंभीरता झलक रही है। सामान्य जन इस तनाव को आने वाले चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं।
ऐसा इसलिए क्यों कि इन दोनो दिग्जजों के बीच ग्वालियर दक्षिण विधानसभा से टिकिट को लेकर प्रतिस्पर्धा छिड़ी हुई है। इस प्रतिस्पर्धा में दोनों ही इस विधानसभा से चुनाव लड़ने की दावेदारी कर चुके हैं।
अनूप मिश्रा ने काफी पहले से पुरजोर ढंग से खुद के लिए टिकिट मांगा है तो नारायण सिंह ने साफ कह दिया है यदि पार्टी ने उनकी बात पर ध्यान न देते हुए टिकिट वितरण किया तो वह इस विधानसभा में काम नहीं करेंगे।
कुल मिलाकर तनाव चरम पर है और इसी तनाव की झलक संबंधित तस्वीर में भी दिखाई दे रही है। यहां बता दें कि मंगलवार को ग्वालियर आई जन आशीर्वाद यात्रा। के दक्षिण विधानसभा की सीमा में प्रवेश करने पर इसकी अगवानी की जिम्मेदारी ऊंट पुल पर अनूप मिश्रा को दी गई थी।
यूं तो दक्षिण विधानसभा के बड़े हिस्से से होकर यह यात्रा गुजरनी थी लेकिन नारायण सिंह कुशवाह भी उसी मंच पर आ पहुंचे जहां अनूप मिश्रा की तैयारी थी।,राजनीतिक हलकों में नारायण सिंह के इस कदम के भी निहितार्थ निकाले जा रहे हैं तमाम लोगों का कहना है कि श्री कुशवाह इस कारण वहां पहुंचे थे ताकि वह पार्टी हाईकमान को यह बताना चाहते थे कि दक्षिण पर उनकी भी उतनी ही दावेदारी है जितनी की अनूप मिश्रा की।