जगदीश शुक्ला
जौरा की धरती आज सचमुच गर्वित है। नगर के प्रत्येक नागरिक का सर फक्र से ऊंचा हो रहा है। नगर के कण-कण का उल्लास इस बात से मुखरित हो उठा है कि उसी की गोद में जन्म लेकर नगर की गलियों में खेला कूदा बचपन आज उस मुकाम तक पर जा पहुंचा है जहां पहुंचने के आमतौर पर लोग आमतौर पर सपने भी नहीं देख पाते नगर को ऐसा अपूर्व गौरव देने वाले सिक्किम उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जेके माहेश्वरी हैं जिन्हें हाल ही में देश की सबसे बड़ी अदालत में जज नियुक्त कर नगर के एक नए इतिहास को प्रतिष्ठित किया है। न्यायिक पृष्ठभूमि के सामान्य परिवार में जन्म लेने के बाद इस नौजवान की मेहनत के पंख इतनी ऊंची उड़ान भरेंगे यह अकल्पनीय ही था। जस्टिस जेके माहेश्वरी ने अपने स्वाध्याय न्यायप्रियता एवं कड़ी मेहनत के बलबूते जो मुकाम हासिल किया है वह नगर के गौरवपूर्ण इतिहास में अमर गाथा के रूप में अंकित हो गया है। देश की सर्वोच्च अदालत के लिए जज के रूप में नामांकित होने की खबर जैसे ही नगर की फिजाओं को मिली वैसे ही लगन,मेहनत, कार्यकुशलता एवं प्रियता की राह पर चलकर तरक्की एवं उपलब्धियों का आकाश चूमने का विश्वास दृढ़ से दृड़तर होता गया। यही वजह है कि नगर की माटी का उल्लास अपने बेटे की इस अनंत उपलब्धियों पर गर्वित ही नहीं अपितु उल्लासित होकर नंगे पांव थिरकने को मजबूर है।
जस्टिस जेके माहेश्वरी ने उपलब्धियों के जिस आकाश को छुआ है वह आज के लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया है। देश की न्याय न्याय प्रणाली में उन्होंने जो प्रतिमान एवं असीम विश्वास प्रतिष्ठित किया है वह निसंदेह बंदनीय है।
गौरतलब है कि सिक्किम उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जेके माहेश्वरी का जजों की नियुक्ति के लिए गठित काँलेजियम द्वारा सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किये जाने की अनुशंसा की गई थी।खबर है कि कॉलेजियम की इस अनुशंसा का भारत सरकार द्वारा अनुमोदन कर गजट नोटिफिकेशन के आदेश जारी किए गए हैं इस नोटिफिकेशन के साथ ही नगर को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश का ग्रह नगर होने का गौरव मिल गया है। इस उपलब्धि पर नगर का जनमानस प्रफुल्लित होकर जश्न की मुद्रा में है। न्याय के पथ पर जस्टिस महेश्वरी नए प्रतिमान स्थापित करेंगे इसी विश्वास के साथ उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं।
*जगदीश शुक्ला* पत्रकार,स्वतंत्र लेखक एवं अध्यक्ष सनाढ्य सभा जौरा
परिवार का बड़ा योगदान
सर्वोच्च न्यायालय की चौखट तक बहैसियत न्यायाधीश पहुंचने वाले जोरा नगर के गौरव जस्टिस जेके माहेश्वरी का स्वाध्याय सदव्यवहार एवं न्याय प्रियता उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने में तो सहायक रही है। इसके अतिरिक्त उनकी पारिवारिक विधि व्यवसाय की पृष्ठभूमि एवं उनकी माता श्री श्रीमती मोहन प्यारी देवी उर्फ बाई जी की धार्मिक आस्था भी उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए एक सीढ़ी साबित हुई है। उनके सबसे बड़े अग्रज स्वर्गीय केके माहेश्वरी का नाम नगर के प्रतिष्ठित अभिभाषकों मैं शुमार रहा है। जो आम गरीब जनता को न्याय दिलाने के लिए सदैव हर स्तर पर तत्पर रहते थे। इसी प्रकार उनके दूसरे नंबर के अग्रज विष्णु माहेश्वरी मुरैना में विधि व्यवसाय से जुड़कर परिवार की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके तीसरे नंबर के अग्रज डॉ रवि माहेश्वरी चिकित्सा क्षेत्र में नगर के लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं उनके भतीजे अखिल माहेश्वरी राजू ,आशुतोष माहेश्वरी, अतुल माहेश्वरी अपने सहयोगियों के साथ नगर में धार्मिक एवं समाजसेवा के क्षेत्र में संलग्न रहकर परिवार की प्रतिष्ठा को आगे बढ़ा रहे हैं कहने में गुरेज नहीं किस सभी के संयुक्त पुण्यो दय से यह पुण्य फल प्राप्त हुआ है जिसमें नगर के नागरिकों का सौभाग्य भी शामिल है।
लेखक पत्रकार,स्वतंत्र लेखक एवं अध्यक्ष सनाढ्य सभा जौरा हैं