त्योहारों की दृष्टि से अप्रैल माह खास है इसी महीने नवदुर्गा,रामनवमी,हनुमान जयंती सहित अप्रैल के महीने में ही इस साल सभी धर्मों के व्रत त्योहार एक साथ पड़ रहे हैं। हिंदुओं के लिए इस महीने में राम नवमी और हनुमान जयंती सबसे प्रमुख है। वहीं मुस्लिमों का सबसे पवित्र त्योहार ईद भी अप्रैल में है। सिख और पंजाबी समुदाय के लोगों के बीच में मनाया जाने वाला त्योहार वैशाखी भी अप्रैल में है। आइए देखें अप्रैल के व्रत त्योहार की पूरी सूची विस्तार से।
पापमोचनी एकादशी का व्रत 5 अप्रैल को है। इस व्रत को करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है और हर कष्ट दूर होता है। पापमोचनी एकादशी का व्रत चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को होता है और इसमें भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। व्रत करने वाले व्यक्ति पर भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
प्रत्येक महीने की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत किया जाता है। अप्रैल की मासिक शिवरात्रि 7 तारीख को है। मासिक शिवरात्रि का व्रत परिवार की सुख-शांति के लिए रखा जाता है। इसको करने से आपकी संतान को भगवान शिव हर कष्ट से दूर रखते हैं।
चैत्र मास की अमावस्या इस साल बार सोमवार को पड़ रही है इसलिए इसे सोमवती अमावस्या कहा गया है। इस साल की पहली सोमवती अमावस्या 8 अप्रैल को है। इस दिन पितरों के निमित्त दान-पुण्य करने का शास्त्रों में खास महत्व माना गया है। साथ ही महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए व्रत करती हैं
हिंदू नववर्ष का आरंभ चैत्र मास की प्रतिपदा से होता है। इस दिन पहली नवरात्रि यानी माता शैलपुत्री की पूजा होती है और कलश स्थापना की जाती है। इस दिन महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा मनाई जाती है। इसी दिन से हिंदू नववर्ष का आरंभ माना जा रहा है
ईद-उल-फितर मुस्लिमों का सबसे प्रमुख त्योहार है, जिसे सभी लोग बड़े प्रेम से मनाते हैं। ईद-उल-फितर के साथ रमजान का महीना भी खत्म हो जाता है। रमजान के पूरे महीने मुस्लिम रोजे रखते हैं और उसके बाद ईद मनाई जाती है। इस बार ईद संभवत: 11 अप्रैल को है।
वैशाखी पंजाबी और सिख समुदाय के लोगों का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है और इसे नई फसल का स्वागत करने के लिए मनाया जाता है। यह मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा का पर्व है। यह सर्दियों की फसल कटने के बाद अनाज का स्वागत करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन कई शहरों में मेले का आयोजन होता है और हर कोई भांगड़े के रंग में डूबा नजर आता है।
रामनवमी चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि को देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं में बताया गया है कि इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। नवमी के दिन भगवान राम का जन्म राजा दशरथ की बड़ी रानी कौशल्या की कोख से हुआ था। इस बार यह तिथि 17 अप्रैल को है। इस बार इस दिन अयोध्या में भव्य आयोजन किया जाएगा। हजारों लोग अयोध्या पहुंचकर सरयू नदी में स्नान करते हैं।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी कहते हैं और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन व्रत करने वाले पर भगवान विष्णु हर कामना पूर्ण करते हैं और आपको सदैव सुखी व संपन्न रहने का आशीष देते हैं। इस व्रत को करने से हजारों वर्ष की तपस्या के बराबर फल प्राप्त होता है। इस बार कामदा एकादशी 19 अप्रैल को है।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तेरस को महावीर जयंती मनाई जाती है। यह जैन धर्म के तीर्थंकर महावीरजी की जयंती का अवसर होता है। मान्यता के अनुसार इसी तिथि को इनका जन्म हुआ था। इस साल यह तिथि 21 अप्रैल को है। उनकी जयंती हर साल धूमधाम से मनाई जाती है।
हनुमान जयंती हिंदूओं के प्रमुख व्रत त्योहार में से एक है। हर साल चैत्र मास की पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है। चैत्र मास की पूर्णिमा को लेकर मान्यता है कि इस दिन मां अंजनी की कोख से हनुमानजी का जन्म हुआ था। इस दिन देश भर में जगह-जगह भंडारे का आयोजन होता है। इस साल हनुमान जयंती 23 अप्रैल को है।