गंगा दशहरा के दिन मां गंगा में स्नान बेहद शुभ माना जाता है छुट्टियों के इस मौसम में आप भी धार्मिक पर्यटन करने के लिए पवित्र गंगा स्नान का प्लान बना सकते हैं।
गंगा दशहरा इस दृष्टि से बहुत पवित्र दिन है लोग गंगा नदी में स्नान करने के लिए पहुंचते हैं और गंगा माता की पूजा-अर्चना करते हैं. इस दिन को विशेष रूप से मान्यता दी जाती है क्योंकि इसे माना जाता है कि इस दिन माँ गंगा के आविर्भाव का हुआ था. लोग गंगा द्वारा नहाने को अत्यंत पुण्यदायी मानते हैं और इसका महत्वाकांक्षा से ध्यान रखते हैं. गंगा दशहरा के दिन, धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जैसे कि आरती, पूजा, और भजन-कीर्तन. इस दिन को लोग भगवान शिव और माँ गंगा की आराधना करते हैं और अपने जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि की प्रार्थना करते हैं. गंगा दशहरा के अवसर पर, लोग अपने परिजनों और दोस्तों के साथ खुशियों का उत्सव मनाते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं. इस दिन को समाज में एकता, प्रेम, और भाईचारे के साथ मनाने का आदर्श माना जाता है.
गंगा दशहरा 2024 तारीख
ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष दशमी तिथि 16 जून की रात को शुरू होगी. शुक्ल पक्ष दशमी की शुरुआत रात 2ः32 से होगी जिसका समापन अगले दिन 17 जून को सुबह 4ः43 पर होगा. सूर्योदय तिथि को महत्व देते हुए गंगा दशहरा 16 जून को मनाया जाएगा.
बनरहे हैं कई शुभ योग
गंगा दशहरे के दिन वरीयान योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन वरीयान योग शाम को 9ः03 मिनट तक रहेगा. वरीयान योग खत्म होने के बाद परिघ योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन गंगा स्नान कर दान-पुण्य करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है. गंगा दशहरा पर सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और अमृत सिद्धि योग भी बन रहे हैं.
गंगा दशहरा स्नान मुहूर्त
प्रातः 5:30 बजे से 8:30 बजे तक
दोपहर 12:00 बजे से 1:30 बजे तक
शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक
हरिद्वार, प्रयागराज, ऋषिकेश और वाराणसी में खासकर गंगा दशहरा बेहद धूमधाम से मनाया जाता है. गंगा नदी के ये पवित्र शहर भी गंगा दशहरा के लिए प्रसिद्ध है. अगर आप गंगा दशहरा 2024 के अवसर पर गंगा स्नान करने का प्लान बना रहे हैं, तो इन स्थानों पर जाने की योजना बना सकते हैं. यह माना जाता है कि इस दिन ही भगवान भगीरथ ने अपनी तपस्या के फलस्वरूप मां गंगा को धरती पर लाने में सफलता प्राप्त की थी. इस दिन भगवान विष्णु की भी पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि गंगा दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं और मन शुद्ध होता है