शिव भक्तों का इंतजार अब कुछ घंटों बाद समाप्त होने वाला है. शिवरात्रि को लेकर देशभर के शिवालयों में विशेष साज सजावट की जा रही है। अगर आप भी शिव भक्त हैं और आप भगवान शंकर की विधि-विधान से पूजा करते हैं तो यह खबर आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण है. दरअसल, हिंदू पंचांग के मुताबिक 8 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा आराधना करने का विधान है. इसी दिन माता पार्वती और भगवान शंकर विवाह के बंधन में बंधे थे
ज्योतिष गणना के मुताबिक इस बार के महाशिवरात्रि में कई शुभ संयोग का निर्माण भी हो रहा है. जिसमें सर्वार्थ सिद्धि योग, सिद्धि योग जैसे कई दुर्लभ संयोग बना रहे हैं. जिसकी वजह से महाशिवरात्रि के व्रत का महत्व और अधिक हो जाता है. इतना ही नहीं इस बार महाशिवरात्रि व्रत के दिन तीन व्रत का पुण्य एक साथ प्राप्त हो सकता है तो चलिए जानते हैं आखिर कैसे महाशिवरात्रि पर तीन व्रतों का पुण्य प्राप्त होगा।
कई वर्षों बाद इस बार महाशिवरात्रि पर्व पर कई वर्षों बाद दुर्लभ संयोग का निर्माण भी हो रहा है. इतना ही नहीं इस बार की शिवरात्रि पर एक साथ तीन व्रत का पुण्य भी प्राप्त होगा. इस बार की शिवरात्रि शुक्रवार के दिन पड़ रही है और इस दिन शुक्र प्रदोष और शुक्रवार का व्रत भी रखा जाएगा यानी एक साथ तीन व्रत का पुण्य महाशिवरात्रि पर मिलने वाला है.
महाशिवरात्रि का व्रत
महाशिवरात्रि व्रत के दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करने का विधान है.इस दिन लाखों की संख्या में शिव भक्त शिव मंदिरों में जाकर भगवान शंकर के शिवलिंग पर चला अभिषेक करते हैं. शिव विवाह का आयोजन भी कई जगहों पर किया जाता है.
शुक्र प्रदोष व्रत
महाशिवरात्रि इस बार शुक्रवार के दिन पड़ रही है और शुक्रवार के दिन शुक्र प्रदोष व्रत भी रखा जाएगा. शुक्रवार को रखा जाने वाला वैभव लक्ष्मी व्रत भी शुक्रवार के दिन है. इस बार महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के साथ-साथ माता पार्वती और माता लक्ष्मी की भी विशेष कृपा भक्तों पर रहेगी.