अगर आप कोई मांगलिक कार्य गृह प्रवेश, मकान निर्माण की शुरुआत, बेटी या बहन की विदाई आदि कुछ करने की सोच रहे हैं, तो जल्द ही ये काम निपटा लीजिए. क्योंकि, इस बार मार्च से लेकर अप्रैल तक शुभ तिथि नहीं मिलेगी. होली के 8 दिन पहले जहां होलाष्टक शुरू हो जाएगा, वहीं उसके बाद खरमास का प्रभाव रहेगा. ऐसे में मांगलिक कार्य लंबे समय तक वर्जित रहेंगे.
होली के 8 दिन के पहले से होलाष्टक की शुरुआत हो जाती है. होलाष्टक के दिनों में सभी तरह के मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है. साथ ही इस साल होलाष्टक के साथ खरमास की भी शुरुआत होने जा रही है. होलाष्टक और खरमास में किसी भी तरह के मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं.
होलाष्टक और खरमास का प्रभाव नकारात्मक रहता है. इस साल होलाष्टक की शुरुआत 17 मार्च से होने जा रही है और इसका समापन 24 मार्च को होगा. इन दिनों को सूतक काल माना जाता है. ग्रह उग्र अवस्था में रहते हैं, इसलिए कोई भी मांगलिक कार्य करना शुभ नहीं माना जाता है. वहीं, खरमास की भी शुरुआत 15 मार्च से होने जा रही है और समापन 15 अप्रैल को होने वाला है, इसलिए इस साल 8 दिन नहीं बल्कि 15 मार्च से पूरे एक महीने तक मांगलिक कार्य बंद रहेंगे.