प्रवीण दुबे
“पहले पढ़ाई का सत्यानाश अब स्वास्थ्य से खिलवाड़ आप सोच रहे होंगे आखिर हम कहना क्या चाहते हैं ? तो जान लीजिए हमारा इशारा है ग्वालियर के बेपरवाह जिला प्रशासन की ओर जो लगातार छह माह से शहर के कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में शुमार एक महाविधालय के विद्यार्थियों की पढ़ाई चौपट करने में लगा है इतना ही नहीं हमारे शहर के कर्ता धर्ताओं को हजारों लोगों के स्वास्थ्य की भी चिंता नहीं है उन्हें तो चुनाव कराने के लिए अपनी सुविधापूर्ण स्थान में तालाबंदी करना है सो उन्होंने जड़ दिया है ताला पढ़ाई चौपट होती है तो हो जाए हजारों लोगों का स्वास्थ्य खराब होता है तो हो जाए ।


उल्लेखनीय है कि ग्वालियर जिला प्रशासन पिछले एक पखवाड़े से शहर के सर्वाधिक प्रतिष्ठित कॉलेज में शुमार महारानी लक्ष्मीबाई कला एवम वाणिज्य महाविधालय में डेरा डाले हुए है। इसे ग्वालियर लोकसभा चुनाव के लिए मुख्य केंद्र बनाया गया है। यहां स्ट्रांग रूम होने की वजह से कड़ी सुरक्षा के अंतर्गत पहरा बैठा दिया गया है और कॉलेज की शैक्षणिक गतिविधियां ठप्प हो गई हैं।
कमोवेश यही स्थिति छह माह पूर्व हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी निर्मित की गई थी और लगभग 2 माह तक कॉलेज पर प्रशासन का पहरा बैठा दिया गया था , तालेबंदी करके किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं थी।
चुनाव के बादजैसे तैसे शैक्षणिक गतिविधियां शुरू हुईं थीं की अब पुनः वही स्थिति निर्मित कर दी गई है।
यहां के ताजा हालात यह है कि कॉलेज तो प्रतिबंधित कर ही दिया गया है अब महाविधालय के स्मार्ट मैदान पर भी आज से तालाबंदी कर दी गई है।
इस वजह से इस मैदान पर मॉर्निंग और इवनिंग वॉक पर आने वाले लगभग 5 हजार से अधिक लोगों के सामने संकट खड़ा हो गया है। इनमें अधिकांश वे लोग शामिल हैं जो बीपी और शुगर जैसी बीमारियों से ग्रस्त होने के कारण डॉक्टर की सलाह पर स्वास्थ्यगत कारणों से इस मैदान पर वॉक करने आते हैं। यदि इसमें बाधा पैदा होगी तो इनका शुगर लेवल बढ़ने से समस्या खड़ी होगी।
आज सुबह की स्थिति यह थी कि सैकड़ों लोग मैदान के बाहर खड़े परेशान थे और दरवाजे पर ताला लटका था। हारकर लोग खुली सड़क पर ही यातायात के बीच वॉक करते दिखाई दिए जिसमें कई उम्रदराज लोग भी शामिल थे।
चर्चा के दौरान प्रतिदिन मॉर्निंग वॉक पर आने वाले सरयू त्रिपाठी गेट पर ताला लटका देख कुंडी खटखटाते हुए चौकीदार को आवाज लगा रहे थे उनका कहना था कि स्वास्थ्यगत कारणों से डॉक्टर ने उन्हें टहलने को कहा है एक माह तक वे कहां जायेंगे समझ नहीं आ रहा इसी प्रकार रीमा चौहान का कहना था कि आखिर घूमने जाने वालों से सुरक्षा को क्या खतरा हो सकता है,बाबूलाल शर्मा ने कहा कि सुबह एक घंटे के लिए खोल देना चाहिए। कुछ इसी प्रकार की प्रतिक्रिया अनेक लोगों ने व्यक्त की।
शब्द शक्ति न्यूज को कलेक्टर ने दिया आश्वासन वॉक करने वालों के लिए मेडिकल कॉलेज का वाकिंग ट्रैक खोलने के देंगी निर्देश

इस बारे में शब्द शक्ति न्यूज ने जिले के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान से बात की और सवाल किया कि निर्वाचन कार्य के कारण कॉलेज और यहां का वाकिंग ट्रैक मैदान बंद होने से जहां शैक्षणिक गतिविधियां ठप्प हैं वहीं प्रतिदिन वॉक करने वालों का बीपी शुगर डिस्टर्ब होने का खतरा पैदा हो गया है तो कलेक्टर का कहना था यहां चुनाव का स्ट्रांग रूम होने के कारण बंद करना जरूरी है। उन्होंने इस बात का कोई जवाब नहीं दिया कि स्ट्रांग रूम को कलेक्ट्रेट अथवा शहर के किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर क्यों नहीं संचालित किया जाता । चर्चा के दौरान उन्होंने इस बात के लिए जरूर आश्वस्त किया कि वॉक करने वालों के लिए वे मेडिकल कॉलेज धोबीघाट के स्मार्ट सिटी वाकिंग ट्रैक को आम लोगों के लिए खोलने की कार्यवाही के लिए निर्देशित करेंगी।