Homeप्रमुख खबरेंएमपी में मोदी शाह योगी जैसे धुरंधरों के सामने कांग्रेस में स्टार...

एमपी में मोदी शाह योगी जैसे धुरंधरों के सामने कांग्रेस में स्टार प्रचारकों का टोटा सप्ताह भर पहले ही भाजपा ने बदला चुनावी परिदृश्य

प्रवीण दुबे

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में धूम धड़ाके वाले चुनाव प्रचार के लिए अब जहां केवल एक सप्ताह का समय शेष बचा है वहीं दूसरी ओर प्रदेश में सक्रीय राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। जैसा की राजनीतिक परिदृश्य दिखाई दे रहा है उसे देखकर यह साफ तौर पर कहा जा सकता है कि सत्ताधारी दल भाजपा के तमाम स्टार प्रचारकों के सामने कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह,राजनाथ सिंह,जगत प्रसाद नड्डा,नितिन गडकरी,शिवराज सिंह,ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र तोमर, प्रहलाद पटेल कैलाश विजयवर्गीय जैसे तमाम धुरंधरों ने पूरे प्रदेश के राजनीतिक माहौल को जैसे भगवामय कर दिया है।

महत्वपूर्ण बात तो यह है कि भाजपा द्वारा अपने राजनीतिक धुरंधरों के चुनावी दौरों को इतने व्यवस्थित ढंग से तय किया जा रहा है कि पूरे मध्यप्रदेश की लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में कोई न कोई बड़ा नेता सभाएं रोड शो अथवा बैठकों के लिए पहुंच रहा है। इतना ही नहीं पार्टी ने मीडिया के सामने तार्किक ढंग से विषय रखने वाले नेताओं का इस्तेमाल प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए शानदार तरीके से किया जा रहा है। पार्टी की मीडिया विंग इस कदर व्यस्थित और सक्रिय रूप से काम कर रही है कि जहां हर प्रेस वार्ता और जनसभा का सीधा प्रसारण मीडिया के लिए उपलब्ध है वहीं सभा अथवा संवाददाता सम्मेलन समाप्त होते ही मीडिया ग्रुप पर उसका तैयार प्रेस नोट मीडिया तक पहुंचने से उसका भरपूर कवरेज खासकर वेब मीडिया और सोशल साइट्स पर देखने को मिल रहा है।

दूसरी कांग्रेस की बात की जाए तो भाजपा की तुलना में उनके पास जहां स्टार प्रचारकों की कमी है वहीं जो नेता हैं भी वे भाजपा नेताओं जैसी विशिष्ट शैली में जनता के बीच अपनी बात रखने में पारंगत नजर नहीं आ रहे हैं। कांग्रेस के सबसे बड़े स्टार प्रचारकों में शामिल राहुल गांधी उनकी बहन प्रियंका गांधी, मुख्यमंत्री पद का चेहरा कमलनाथ, उनके अध्यक्ष खड़गे ये सभी जनता में प्रभावी ढंग से बात नहीं रख पाने के कारण कांग्रेस को नुकसान होता दिखाई दे रहा है।बड़ा और दूर दराज के इलाकों से घिरा छेत्र होने के कारण कांग्रेस के सामने भाजपा की तर्ज पर व्यवस्थित ढंग से पूरा प्रदेश कवर करने में समस्या नजर आ रही है। यही कारण है कि चुनाव प्रचार में कांग्रेस पिछड़ती दिख रही है।

जानकारी के मुताबिक आज से भाजपा ने अपने सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को भी मैदान में उतारने की घोषणा करके कांग्रेस के सामने एक और चुनौती प्रस्तुत कर दी है।

उत्तर प्रदेश प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ 7 नवंबर को शाजापुर, देवास और भोपाल जिले की विधानसभाओं में रोड शो और जनसभाओं को संबोधित करेंगे।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ प्रातः 11.35 बजे शाजापुर जिले के शुजालपुर पहुंचकर रोड शो कर जनसभा को संबोधित करेंगे। दोपहर 12.45 बजे कालापीपल विधानसभा के पोलायकला में जनसभा को संबोधित करेंगे। दोपहर 2.20 बजे देवास जिले की खातेगांव में जनसभा, दोपहर 3.25 बजे सोनकच्छ और शाम 4.50 बजे भोपाल जिले के बैरसिया में जनसभा को संबोधित करेंगे। श्री योगी आदित्यनाथ शाम 6 बजे बैरागढ में रथ रोड शो कर शाम 6.45 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे। उधर कांग्रेस की ओर से उनके अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे आज मध्यप्रदेश के चुनावी दौरे पर आने वाले  वे दोपहर 2:00 बजे से ग्वालियर एयरपोर्ट से थाटीपुर प्रस्थान करेंगे और यहां जनसभा लेने के बाद  शाम 4:00 बजे ग्वालियर एयरपोर्ट से भोपाल एयरपोर्ट के लिए प्रस्थान कर जायेंगे। फिलहाल इसके अलावा आज कांग्रेस के किसी अन्य बड़े नेता के प्रदेश में आने की कोई सूचना नहीं है। भाजपा में केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी बैतूल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान नरसिंहपुर, छिंदवाडा, सागर एवं रायसेन, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र भाई पटेल रतलाम, मदंसौर व नीमच, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक श्री नरेंद्र सिंह तोमर शिवपुरी, दतिया, श्योपुर, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा उमरिया एवं शहडोल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय खरगौन, केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अशोकनगर, गुना, शिवपुरी एवं ग्वालियर ग्रामीण, केन्द्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल छिंदवाडा, केंद्रीय मंत्री श्री अनुराग ठाकुर सागर, बीना व विदिशा, केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा मंडला, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति सागर, महाराष्ट्र के सह प्रभारी श्री जयभान सिंह पवैया उज्जैन जिले की विधानसभाओं में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे। साफ है चुनाव प्रचार के मामले में कमल दल ने पंजे से बाजी मार ली है। देखना दिलचस्प होगा कि 17 नवंबर को  प्रदेश के मतदाता ईवीएम में किसका बटन दबाकर किसकी सरकार बनाते हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments