कान्हा के जन्माभिषेक के पल जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, वैसे-वैसे मथुरा में श्रद्धालुओं के रेला बढ़ता जा रहा है। जन्मोत्सव की पूर्व संध्या पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते जन्मस्थान के मुख्य द्वार पर भक्तों की लंबी कतारें लग गयीं। इसके चलते भक्तों को लंबी प्रतीक्षा के बाद प्रवेश मिल सका। शहर की सड़कों के साथ-साथ आसपास की कालोनियों में भी श्रद्धालुओं के टोल नजर आ रहे हैं। हालत ये ही कि जिसको जहां जगह मिल रही है, वह वहीं पर अपना डेरा डाल रहा है।
कृष्ण जन्मोत्सव की लालसा में उमड़ रहे भक्तों के रेले को देखते हुए इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन, छावनी रेलवे स्टेशन, नया व पुराना बस स्टैंडों पर दिनभर भीड़ का रेला रहा। यही नहीं निजी वाहनों व बसों के आगमन का दौर भी तेज हो गया। इसके चलते जन्मस्थान के यलो जोन श्रद्धालुओं की भीड़ से अटा रहा। सिर पर गठरी लिए महिला-पुरुष वृद्ध, जवान व बच्चों की भीड़ जगह-जगह नजर आ रही थी। भक्तों का यह रेला भारत विख्यात द्वारिकाधीश मंदिर और वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में भी रहा। इसके चलते बार-बार शहर के प्रमुख मार्गों पर जाम के हालात बने रहे। जाम को देखते हुए पुलिस प्रशासन को यलो जोन में चौपहिया वाहनों व ऑटो-बैटरी रिक्शा के प्रवेश पर पाबंदी लगानी पड़ी। इसके बाद भी भक्तों का रेला बढ़ता जा रहा था। चहुंओर उल्लास और उमंग का वातावरण बना हुआ था। विद्युतीय प्रकाश और शहर के प्रमुख चौराहों की साज-सज्जा देख भक्त भाव-विभोर हो रहे थे। जिला प्रशासन को इस बार श्रद्धालुओं के अच्छी संख्या में आने की उम्मीद है।
घर-घर हुई कान्हा के जन्म की तैयारी
अजन्मे के जन्मोत्सव को लेकर जहां देश-दुनियां से आने वाले श्रद्धालुओं में उल्लास और उमंग परवान चढ़ रहा है, वहीं ब्रजवासी अपने आराध्य के जन्मोत्सव के जश्न में कहीं भी कोई कोर-कसर छोड़ते नजर नहीं आ रहे। घर-घर में कान्हा का जन्मोत्सव मनाने की तैयारियां चल रही हैं। घरों के मंदिरों की साफ-सफाई व साज-सज्जा की जा रही है। गुब्बारों और चुनरियों से घरों को सजाया व संवारा जा रहा है।
जन्माष्टमी की पूर्व संध्या का दिन ब्रजवासियों ने कान्हा के जन्मोत्सव की तैयारियों में गुजारा। ठाकुरजी की नवीन पोशाक, मोर-मुकुट, हिंडोले खरीदने के लिए बाजारों में भारी भीड़ रही। ब्रजवासी इस दिन उपवास रखते हैं। पाक-पंजीरी भी तैयार हो रहे हैं। सोमवार को सुबह से फूल-माला, वंदनवार आदि की खरीददारी भी तेज हो जाएगी। घरों से साथ-साथ प्रतिष्ठानों पर भी वंदनवार सजायी जाएगी। उपवास की सामिग्री के साथ-साथ फलों की भी जमकर बिक्री हो रही है। लोग लड्डू गोपाल की प्रतिमाएं भी खरीद रहे हैं। पंचामृत की सामिग्री जुटा ली गयी है। उल्लास और उमंग चहुंओर बिखर रही है। कोरोना संक्रमण के चलते गतवर्ष कान्हा का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाने से वंचित रहे ब्रजवासी इस बार कोई भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं। शंख-घंटे के साथ-साथ जन्मोत्सव के लोग गीतों की धुन पर भक्त समूह थिरक रहा है।