नव वर्ष के बाद 15 जनवरी को खरमास की समाप्ति के बाद नए साल में मांगलिक कार्य का शुभारंभ होगा। सूर्य देव 14 जनवरी को मकर राशि में सुबह 9.03 बजे प्रवेश करेंगे। उसी दिन मंकर संक्राति होगी और खरमास की समाप्ति हो जाएगी। खरमास समाप्ति पर 16 जनवरी से शुभ कार्यों के साथ शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा।
खरमास या मलमास में भगवान विष्णु और भगवान शंकर की पूजा करना अत्यंत हितकारक माना जाता है। जब भगवान सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं, तब अन्य राशियों की अपेक्षा उनकी गति कुछ मंद हो जाती है। इस माह में उनके तेज में कमी होती है। इसलिए मांगलिक कार्य निषेध हो जाते हैं और इसे खरमास या मलमास कहते हैं, जो आमतौर पर 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक रहता है।
इस साल शादी-विवाह के लिए कितने शुभ मुहूर्त हैं:
इस साल शादियों के 75 शुभ मुहूर्त है, जिनमें 2 फरवरी को बसंत पंचमी, 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया, 12 मई को पीपल पूर्णिमा, 1 नवंबर को देवउठनी एकादशी आदि अबूझ मुहुर्त है। जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में विवाह मुहूर्त नहीं है।
जनवरी-दिसंबर तक के शुभ मुहूर्त
जनवरी 16, 17, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 26 और 27 जनवरी
फरवरी 2, 3, 6, 7, 12, 13, 14, 15, 16, 18, 19, 21, 23 और 25 फरवरी
मार्च 1, 2, 6, 7 और 12 मार्च को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं
अप्रैल 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29 और 30 अप्रैल
मई 1, 5, 6, 8, 10, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 27 और 28 मई
जून 2, 4, 5, 7 और 8 जून को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं
नवंबर 2, 3, 6, 8, 12, 13, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 25 और 30 नवंबर
दिसंबर 4, 5 और 6 दिसंबर को विवाह के शुभ मुहूर्त हैं
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।