प्रवासी श्रमिकों के लिए कांग्रेस द्वारा बसों को उपलब्ध कराए जाने के मामले में विवाद और बढ़ता जा रहा है। योगी सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने दावा किया है कि कई बसों के नंबर थ्री व्हीलर और स्कूटर के हैं।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस द्वारा भेजी गई बसों की सूची की प्रारंभिक जांच में कुछ वाहनों के नंबर थ्री व्हीलर, स्कूटर और सामान ढोने वाले वाहनों के हैं।’ बता दें कि कांग्रेस द्वारा मंगलवार सुबह लखनऊ में बसें उपलब्ध कराने में असमर्थता जाहिर करने पर योगी सरकार ने उन्हें आज दोपहर 500 बसें गाजियाबाद तथा 500 बसें नोएडा के जिलाधिकारियों को सौंपने को कहा था।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव को भेजे गए पत्र में कहा था कि आपके पत्र के अनुसार आप लखनऊ में बस देने में असमर्थ हैं और नोएडा,गाजियाबाद बार्डर पर ही बस देना चाहते है। अत: ऐसी स्थिति में कृपया जिलाधिकारी गाजियाबाद को 500 बसें 12 बजे तक उपलब्ध कराने का कष्ट करें।
सोमवार देर रात अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने प्रियंका वाड्रा के निजी सचिव को पत्र लिखा कि सभी बसों के चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस, परिचालकों के परिचय पत्र और बसों के फिटनेस प्रमाण पत्र जिलाधिकारी कार्यालय लखनऊ को वृंदावन योजना सेक्टर- 15 और 16 उपलब्ध कराएं ।
प्रियंका गांधी के निजी सचिव ने किया पलटवार
इस पर प्रियंका वाड्रा के निजी सचिव संदीप सिंह ने पत्र के माध्यम से ही जवाब दिया था कि सोमवार देर रात 11.40 बजे ई-मेल से यूपी सरकार का एक पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें 1000 बसों के तमाम दस्तावेज लखनऊ में सुबह 10 बजे देने की बात कही गई है। ऐसी स्थिति में एक हजार बसों को लखनऊ भेजना न सिर्फ समय और संसाधनों की बर्बादी है बल्कि अमानवीयता भी है।
प्रियंका गांधी ने मांगी थी अनुमति
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गाजियाबाद और गाजीपुर बॉर्डर से 500 बसें और नोएडा से 500 बसें चलाकर दिल्ली-एनसीआर में फंसे प्रवासी श्रमिकों व कामगारों को लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से अनुमति मांगी थी।