मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में बड़ा फेरबदल हुआ है. पीसीसी चीफ कमलनाथ के स्थान पर अब जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी गई है, जबकि आदिवासी नेता उमंग सिंगार को नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया है. खास बात यह है कि कांग्रेस ने भी नियुक्तियों में सामाजिक सिस्टम साधने का प्रयास किया है.
बता दें हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है. इस चुनाव में जहां बीजेपी को 163 सीटें मिली तो वहीं विपक्षी दल कांग्रेेस को महज 66 सीटों से संतोष पड़ा. विधानसभा चुनाव के बाद जहां बीजेपी ने साढ़े 16 साल से सीएम पद की जिम्मेदारी संभाल रहे शिवराज सिंह चौहान के स्थान पर उज्जैन दक्षिण विधानसभा से विधायक डॉ. मोहन यादव को सीएम बनाया है तो वहीं इस बार दो डिप्टी सीएम भी बनाए गए हैं. बीजेपी द्वारा किए गए इस परिवर्तन का असर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर भी देखने को मिला. नतीजतन कांग्रेस ने भी प्रदेश में बड़ा बदलाव कर दिया है.
बता दें बीते सात वर्षों से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की कमान कमलनाथ संभाल रहे थे. 2018 के चुनाव में तो कांग्रेस को विजयश्री हासिल हो गई थी, लेकिन 2023 के चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. कयास लगाए जा रहे थे कि अब कांग्रेस में परिवर्तन होगा, जिसका आज असर देखने को मिला. कांग्रेस के दिल्ली हाईकमान ने पीसीसी चीफ कमलनाथ के स्थान पर अब जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दे दी है. वहीं नेता प्रतिपक्ष के रूप में आदिवासी नेता उमंग सिंघार और उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटाने को बना दिया है.