भोपाल से सुबोध अग्निहोत्री की रिपार्ट
भोपाल।पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बंगले पर आज हुई प्रमुख कांग्रेस के नेताओं की बैठक में मेहगावँ से राकेश चौधरी को टिकिट देने के नाम पर खुलकर विद्रोह हो गया।लगभग पन्द्रह विधायकों और इतने ही जिलाध्यक्ष व प्रमुख नेताओं के बीच हुई चर्चा में बाहर से आने वाले लोगों को कांग्रेस में शामिल न करने व टिकिट न देने की बात हुई।राकेश सिंह की टिकिट देने की बात पर वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने यहां तक कह दिया कि यदि राकेश सिंह को टिकिट दिया गया तो मुझे कांग्रेस में रहने पर् विचार करना पड़ेगा।इस पर कमलनाथ ने जब बाकी लोगो की राय ली तो सभी ने एक मत से अजय सिंह की पक्ष में अपनी बात रखी।कुल मिलाकर आज की बैठक में राकेश को पार्टी में लेने और टिकिट देने पर पार्टी में ही बगावत की स्थिति निर्मित हो गयी।
बैठक में डॉ. गोविंद सिंह,सज्जन सिंह वर्मा;बैजनाथ कुशवाह,प्रवीण पाठक,घनश्याम सिंह,लखन सिंह,के. पी.सिंह,ब्रजेन्द्र राठौर,विजय लक्ष्मी साधो पी.सी. शर्मा,अशोक सिंह,भिण्ड,मुरैना,ग्वालियर नगर व ग्रामीण व श्योपुर के जिलाध्यक्ष आदि उपस्थित थे।
कमलनाथ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में सभी जिलाध्यक्षों से कहा गया कि वे अपने अपने जिलों में रिक्त पड़े संगठन के पदों पर विध्ययको से समन्वय बिठाकर नियुक्ति करें। ज्ञातव्य है कि पिछली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह द्वारा भाजपा सरकार द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव का उप नेता प्रतिपक्ष रहते राकेश सिंह ने विरोध कर दिया था।तब पूरे सदन में कोंग्रेस की थू थू हो गई थी।
सिंधिया को कॉंग्रेस में नही लेंगे
आज की बैठक में मुरैना से कोंग्रेस के नेता एवं कमलनाथ के खास दिनेश गुर्जर ने बैठक में कह दिया कि यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया जावे तो वे श्री सिंधिया को कांग्रेस में वापस ला सकते हैं।गुर्जर की यह बात सुनकर बैठक में मौजूद लोग हतप्रभ रह गए।लेकिन लगे हाथ कमलनाथ ने स्पष्ट कर दिया कि श्री सिंधिया को कांग्रेस में लेने पर श्रीमती सोनिया जी ही तैयार नही हैं।उनके यह कहते ही सिंधिया की वापसी के प्रश्न पर तो विराम लग गया लेकिन मुरैना के जिलाध्यक्ष राकेश मावई यह कहते सुने गए कि एक तो हम सिंधिया के साथ भाजपा में नही गए और यदि वे फिर वापस आ गए तो हम जैसे लोग तो बुरी तरह मारे जाएंगे।