गुरुवार देर रात तीन प्रत्याशियों के टिकट बदलने के साथ कांग्रेस ने 88 नाम की दूसरी सूची में घोषणा कर दी। इसके बाद कई जगह बगावत शुरू हो गई है। टिकट कटने से नाराज दावेदारों ने जावरा, बुरहानपुर, रीवा, सिवनी मालवा, सेमरिया में विरोध प्रदर्शन किया। यहां कांग्रेस कार्यालय के सामने पुतला दहन किया गया। कार्यकर्ताओं के बगावती तेवर से कांग्रेस को चुनाव में नुकसान हो सकता है।
पांडे ने दूसरी सूची आने के बाद पार्टी के सभी पदो से इस्तीफा दे दिया। कविता पांडे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर लिखा कि कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से अपने आप को मुक्त करती हूं। धन्यवाद। कविता पांडे रीवा से टिकट की दावेदारी कर रही थी। रीवा शहर से पार्टी ने राजेंद्र शर्मा को टिकट दिया है।
कांग्रेस की दूसरी सूची जाने के बाद कार्यकर्ताओं ने रात में ही जावरा में कांग्रेस प्रत्याशी हिम्मत श्रीमाल का पुतला फूंका। यहां से वीरेंद्र सोलंकी और डीपी धाकड़ दावेदारी कर रहे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर शीर्ष नेतृत्व से टिकट बदलने की मांग की है। वहीं, रतलाम ग्रामीण में कांग्रेस ने लक्ष्मण सिंह डिंडौर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। कांग्रेस नेता उनको बाहरी बताकर विरोध कर रहे हैं।
कांग्रेस ने बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा को टिकट दिया है। यहां पर अल्पसंख्यक उम्मीदवार घोषित करने की मांग की जा रही थी, लेकिन कांग्रेस ने शेरा पर भरोसा जताया है। इसके विरोध में रात में ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शेरा का पुतला फूंका। देवास की खातेगांव सीट से दीपक जोशी का विरोध बढ़ रहा है। वहीं इदौर की महू सीट से रामकिशोर शुक्ला को लेकर विरोध हो रहा है।
नर्मदापुरम के सिवनी मालवा में कांग्रेस ने अजय बलराम को प्रत्याशी बनाया है। यहां पर पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी दावेदारी कर रहे है। कांग्रेस की सूची आने के बाद रघुवंशी के समर्थकों ने देरात नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने पार्टी के निर्णय को गलत बताते हुए टिकट वापस लेने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि ऐसा नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
रीवा जिले की सेमारिया सीट पर कांग्रेस ने अभय मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। अभिय मिश्रा कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया, लेकिन अभी कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है। इसके पहले ही पार्टी ने दूसरी सूची में उनको प्रत्याशी बना दिया। स्थानीय कार्यकर्ताओं में पार्टी छोड़कर आने-जाने वालों को टिकट देने से नाराजगी है।