भोपाल /राज्यपाल श्री लाल जी टंडन की अध्यक्षता में स्नातक, स्नातकोत्तर कक्षाओं एवं अन्य पाठ्यक्रमों की परीक्षा तिथियों के संबंध में राजभवन में आज बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि उच्च शिक्षा की स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं और पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष/सेमेस्टर की परीक्षाएं 29 जून से 31 जुलाई, 2020 के मध्य आयोजित की जाएगी। यह व्यवस्था सभी निजी विश्वविद्यालयों/ महाविद्यालयों पर भी लागू होगी। उच्च शिक्षा की प्रथम, द्वितीय वर्ष की कक्षाओं/पाठ्यक्रमों की नियमित परीक्षाएं स्थिति सामान्य होने पर आयोजित की जायेंगी। स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं और पाठ्यक्रमों के फाइनल इयर/सेमेस्टर की परीक्षाएं ऑफ लाइन मोड में परीक्षा केन्द्रों पर होगी। सामाजिक दूरी की सावधानियों का पूरा पालन परीक्षा केन्द्रों पर किया जाएगा।
स्नातकोत्तर कक्षाओं के पूर्वार्द्ध और स्नातक कक्षाओं और पाठ्यक्रमों के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष/सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में एक सितम्बर, 2020 से नये सत्र में प्रवेश दिया जाएगा।
इस वर्ष स्नातकोत्तर पूर्वार्द्ध और स्नातक कक्षाओं/पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष/सेमेस्टर में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का नया सत्र एक अक्टूबर, 2020 से शुरू होगा।
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं के अंतिम वर्ष/सेमेस्टर की परीक्षाएं16 से 30 जून, 2020 के बीच आयोजित की जाएंगी। अंतिम वर्ष की कक्षाओं/पाठ्यक्रमों की परीक्षा पारम्परिक प्रणाली से होगी। इनके परिणाम 15 जुलाई, 2020 तक घोषित हो जाएंगे।
परिस्थितियाँ सामान्य नहीं होने की स्थिति में परीक्षाएं ऑनलाइन मोड में आयोजित की जायेंगी। ऑनलाइन परीक्षा अवधि कुल दो घंटे की होगी। प्रश्न-पत्र बहु विकल्पीय रहेंगे। समस्त परीक्षाएं प्रतिदिन तीन शिफ्ट में होंगी।
विश्वविद्यालय द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की कक्षाओं/सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षाएं ऑफ लाइन पेन-पेपर मोड के माध्यम से दिनांक 2 जुलाई से 31 जुलाई, 2020 के मध्य आयोजित की जाएगी। परीक्षा परिणाम 25 अगस्त, 2020 तक घोषित किए जाएंगे। यदि कोई परीक्षार्थी अपरिहार्य कारणों से परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पाता है तो उसके लिये पृथक से विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी।
बैठक में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री अनुपम राजन, प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्रीमती करलिन खोंगवार तथा राज्यपाल के सचिव श्री मनोहर दुबे भी मौजूद थे।