मध्य प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमण के 2090 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग के ही करीब 100 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. पीटीआई के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग के चार आईएएस अफसर भी कोरोना संक्रमित मिले हैं.
ड़ी संख्या में स्टाफ के संक्रमित होने की वजह से मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग पर कई सवाल भी उठ रहे हैं. वहीं विभाग की ओर से की गई एक आंतरिक जांच में पाया गया है कि डिप्टी डायरेक्टर रैंक के एक अधिकारी के जरिए स्वास्थ्य विभाग में संक्रमण फैल गया. यह अधिकारी वोल्वो बस से इंदौर से भोपाल आया था.
मध्य प्रदेश सरकार के एक सूत्र ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर इंदौर से भोपाल जब आए थे तब कोरोना वायरस की एक भी जांच नहीं हुई थी. लेकिन वायरस इंदौर में फैल चुका था.मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की प्रिंसिपल सेक्रेटरी पल्लवी जैन गोविल और इसी विभाग के डायरेक्टर जे विजय कुमार भी पॉजिटिव पाए गए. विभाग में वायरस फैलने को लेकर इन आईएएस अफसरों पर भी सवाल उठ. इन पर आरोप थे कि इन्होंने परिवार वालों की ट्रैवल हिस्ट्री छिपाई. लेकिन आंतरिक जांच में इन्हें क्लीन चीट दे दी गई है.
बड़ी संख्या में स्टाफ के संक्रमित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग पर इसलिए भी सवाल उठ रहे थे क्योंकि ये लोग कोरोना की लड़ाई में फ्रंट लाइन वर्कर्स नहीं थे. ज्यादातर स्टाफ सचिवालय में बैठकर काम करते थे.