मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में छोटे-छोटे काम धंधे करने वाले नागरिक प्रभावित हुए हैं। लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार ऐसे लोगों का स्व-रोजगार फिर से शुरू करायेगी। गली-मोहल्लों में फेरी लगाकर अपना जीवन यापन करने वाले नागरिकों को सरकार अपनी गारंटी पर 10 हजार रुपए तक का लोन देगी, जिसका 7 प्रतिशत ब्याज केंद्र सरकार वहन करेगी। इस योजना को सफल बनाने के लिए बैंकों से टायअप कर लिया गया है। वही ऐसे छोटे-छोटे काम धंधे करने वाले नागरिकों को संबल योजना में भी शामिल कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान इंदौर के अभय प्रशाल में पथ विक्रेता निधि, जीवन शक्ति योजना और प्रवासी मजदूर रोजगार समीक्षा योजना के कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार सेतु योजना का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा की कोरोना महामारी के बीच नागरिकों को राहत देते हुए विभिन्न योजनाओं में आज तक 26 हजार करोड़ रुपए उनके बैंक खातों में डाले गए है। इनमें प्रवासी मजदूरों को भी शामिल किया गया है। इतना ही नहीं अब 100 रुपए बिजली के बिल के स्थान पर 50 रुपए और जिनके 400 रुपए बिजली के बिल आते थे, उन्हें सिर्फ 100 रुपए बिजली का बिल भरना होगा।