भोपाल / केरल और महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत के राज्यों में कोरोना संक्रमण खतरनाक स्थिति में बना हुआ है। इधर मध्यप्रदेश में एक बार फिर तीसरी लहर की आहट सुनाई दे रही है। यदि तत्काल नाइट कर्फ्यू, सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क के लिए सख्त कदम नहीं उठाए गए तो त्यौहार का समय मुश्किलों भरा हो सकता है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कुछ सक्रिय एवं जागरूक नागरिकों, पत्रकारों के कारण तीसरी लहर को रोकने में कामयाबी मिल रही है परंतु जब तक खतरा बना हुआ है, तब तक सावधानी जरूरी है। नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के कारण कोरोनावायरस बार-बार लोगों को संक्रमित करने लगता है। आज मध्य प्रदेश में लगातार दूसरे दिन 22 नागरिक संक्रमित पाए गए हैं। 100% वैक्सीनेशन हो जाने के बावजूद इंदौर में सबसे ज्यादा 9 संक्रमित मिले हैं। इसके बाद जबलपुर में 6, भोपाल में 3, अनूपपुर और धार में 2-2 पॉजिटिव आए हैं।
प्रदेश में पिछले 4 दिनों में 11 जिलों में 73 संक्रमित मिले हैं। इसमें सबसे ज्यादा इंदौर और जबलपुर में 17-17 संक्रमित हैं। इसके बाद भोपाल में 12 नए मामले आए हैं। वहीं, सागर में 8, धार में 5, राजगढ़ और खरगौन में 4-4, उज्जैन में 2, अनूपपुर में 2, ग्वालियर- बैतूल में 1-1 संक्रमित मिले हैं।