प्रवीण दुबे
भोपाल /मध्यप्रदेश में जिला अध्यक्षों के नाम की क्रमागत घोषणा के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन को लेकर पार्टीजनों की धड़कने तेज हो गई हैं। पार्टी में नीचे से ऊपर तक एक ही सवाल घूम रहा है प्रदेश भाजपा का नया कप्तान कौन होगा ?
उल्लेखनीय है कि भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल पूर्ण हो चुका है। बहुत बड़ा वर्ग ऐसा भी है जो यह मानता है कि वर्तमान अध्यक्ष को ही पार्टी नेतृत्व एक बार पुनः रिपीट कर सकता है। इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि उनके नेतृत्व में भाजपा ने प्रदेश में विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत और लोकसभा चुनाव में पहली बार सभी 29 सीटों पर जीत दर्ज की थी इसके अलावा यह भी तर्क है कि पार्टी में जन्म ले चुके कई बड़े छत्रपों के बीच सामंजस्य रखने में भी वे सफल रहे हैं।
ये तो केवल उनका तर्क है जो श्री शर्मा को एकबार पुनः अध्यक्ष की कुर्सी पर देखना चाहते हैं लेकिन बहुत बड़ा वर्ग अब परिवर्तन के पक्ष में भी दिखाई दे रहा है i इसके पीछे उनके अपने अपने तर्क हैं।
इस दृष्टि से जो नाम प्रदेश अध्यक्ष की रेस में दिखाई दे रहे हैं उनमें पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया, बैतूल से विधायक हेमंत खंडेवलवाल, सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी चर्चा में है। प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग से मुख्यमंत्री के होने के चलते सामान्य या ब्राह्मण वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनाने की अटकलें भी लगाई जा रही है।
हालांकि संगठन आदिवासी चेहरे को भी मौका दे सकता है। इसका कारण लंबे समय से आदिवासी नेता को प्रदेश की कमान नहीं सौंपी गई है। एससी वर्ग से सत्यनारायण जटिया प्रदेश अध्यक्ष बने, लेकिन आदिवासी वर्ग को प्रतिनिधित्व नहीं मिल सका है।
1- फग्गन सिंह कुलस्ते
सात बार के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते इस दौड़ में सबसे मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री रह चुके कुलस्ते को विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद लोकसभा का टिकट दिया गया। भाजपा में कुलस्ते आदिवासियों का बड़ा चेहरा है। ऐसे में एसटी वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए दावेदार माने जा रहे हैं।
2- सुमेर सिंह सोलंकी
राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी युवा नेता हैं। उनकी आदिवासी समुदाय में अच्छी पकड़ है। वह भाजपा में संघ के करीबी माने जाते हैं। इसलिए उनका नाम भी रेस में है।
3- डॉ. नरोत्तम मिश्रा
पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा भी प्रदेश अध्यक्ष के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। उनको महाराष्ट्र चुनाव में अहम जिम्मेदारी दी गई। लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कई कांग्रेसी नेताओं का उन्होंने भाजपा में शामिल कराया।
4- अरविंद सिंह भदौरिया
पूर्व मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया क्षत्रिय वर्ग से आते है। ब्राह्मण के बाद क्षत्रिय को मौका देने की चर्चा चल रही है। भदौरिया को केंद्रीय नेतृत्व के कुछ नेताओं का समर्थन भी है।
5- हेमंत खंडेलवाल
बैतूल से विधायक और पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल का नाम भी प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल है। वह प्रदेश संगठन में लंबे समय से काम कर रहे है। संगठन के ही वरिष्ठ नेताओं ने उनका नाम बढ़ाया है।
फिलहाल तो यह सब कयास भर है सूत्रों की मानें तो पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है शीघ्र ही केंद्र द्वारा नियुक्त प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान भोपाल पहुंचकर रायशुमारी शुरू कर देंगे संभावना है कि इस दृष्टि से आने वाले दो तीन दिन बहुत महत्वपूर्ण होने वाले हैं। चूंकि राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा होना है अतः उसके पहले जल्द से जल्द भाजपा को प्रदेश अध्यक्ष का नाम तय करना है। देखना दिलचस्प होगा पार्टी का कौन सा छत्रप इस महत्वपूर्ण सगठनात्मक पद पर अपने नजदीकी की नियुक्ति कराने में कामयाब होता है।