क्या भाजपा ने परिवारवाद अथवा पार्टी से जुड़े बड़े नेताओं मंत्रियों आदि के पुत्रों या अन्य सदस्यों को चुनावी मैदान में न उतारने संबंधी निर्णय को बदल दिया है ? क्या पार्टी ने अब उससे जुड़े नेता पुत्रों परिवार जनों को चुनाव में उतारने का निर्णय ले लिया है ? हाल ही में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी द्वारा जारी प्रत्याशियों की सूची को देखकर ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है ।यदि पार्टी अन्य प्रदेशों के विधानसभा चुनाव में मैं भी ऐसा करती है तो मध्य प्रदेश में बड़े नेता पुत्रों की लंबी चौड़ी फौज की मायूसी समाप्त हो सकती है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा गृहमत्री नरोत्तम मिश्रा सहित दर्जनों ऐसे बड़े नेता है जिनके पुत्र चुनाव में टिकट अथवा निगम मंडल आयोग, प्राधिकरण में पद के दावेदार कहे जा सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। जिस तरीके भगवा पार्टी ने टिकट बंटवारा किया है उससे यह प्रतीत होता है कि उसने वंशवाद की राजनीति पर यू-टर्न ले लिया है। आपको बता दें कि बीजेपी ने मौजूदा कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के दो पूर्व नेताओं के बेटों को टिकट दिया है।
भाजपा ने जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के बेटे रजत ठाकुर को धर्मपुर से, पूर्व मंत्री नरिंदर बरागटा के बेटे चेतन ब्रगटा को जुब्बल-कोटखाई से और भोरंज से पूर्व मंत्री आईडी धीमान के बेटे अनिल धीमान को मैदान में उतारा है। भाजपा के मंडी सदर उम्मीदवार अनिल शर्मा पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री सुख राम के बेटे हैं। भाजपा ने 62 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। ऐसी भी संभावना है कि बीजेपी कुल्लू से पार्टी के पूर्व अध्यक्ष महेश्वर सिंह के बेटे हितेश्वर सिंह को मैदान में उतार सकती है।
भाजपा ने 2021 के विधानसभा उपचुनावों के लिए जुब्बल-कोटखाई से चेतन को टिकट देने से इनकार कर दिया था। उनके पिता नरिंदर ब्रगटा के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। वंशवाद की राजनीति के डर से भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया था।
- शिवराज सिंह चौहान- कार्तिकेय सिंह चौहान
- ज्योतिरादित्य सिंधिया- महा आर्यमन सिंधिया
- कैलाश विजयवर्गीय- आकाश विजयवर्गीय
- गोपाल भार्गव- अभिषेक भार्गव
- सुमित्रा महाजन- कैप्टन मंदार महाजन
- नरोत्तम मिश्रा- शुक्रण मिश्रा
- नरेंद्र सिंह तोमर- देवेंद्र प्रताप सिंह
- गौरीशंकर बिसेन- मौसम बिसेन
- गौरीशंकर शेजवार- मुदित शेजवार
- गोविंद सिंह राजपूत- आकाश सिंह राजपूत
- तुलसीराम सिलावट- नीतीश सिलावट
- प्रभात झा- तुष्मल झा
- यशोधरा राजे सिंधिया- अक्षय राजे भंसाली