प्रवीण दुबे
ग्वालियर /इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सुनामी जैसे हालातों के बीच ग्वालियर और चंबल संभाग में कई दिग्गजों के किले ढह गए हैं। इनमें सत्तापक्ष के तमाम कद्दावर मंत्रियों सहित विपक्ष में बैठी कांग्रेस के कई क्षत्रपों के नाम शामिल हैं। अंचल में बीजेपी और कांग्रेस के ऐसे आठ नेता हार चुके हैं, जिनके नाम पर लगातार आधा दर्जन से अधिक बार तक की जीत दर्ज हैं।
अंचल के जो बड़े नेता इस बार के चुनाव में हार गए हैं, उनमें दतिया से भाजपा के कद्दावर नेता व शिवराज सरकार के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, लहार से कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह, शिवपुरी से पूर्व मंत्री केपी सिंह,पूर्व मंत्री माया सिंह जैसे बड़े नाम शामिल हैं। साथ ही चाचौंड़ा से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह भी चुनाव हार गए हैं। इनकी हार से कांग्रेस सदमे में हैं। इनके अलावा प्रदेश सरकार के मंत्री अरविंद भदौरिया, मंत्री सुरेश रठखेड़ा और मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया सहित पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य और इमरती देवी भी इसी सूची में शामिल हैं।
= अंचल के ये दिग्गज हुए ढेर
: कांग्रेस- लहार से सात बार चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह, पिछोर से 6 बार जीत दर्ज करने वाले पूर्व मंत्री केपी सिंह सहित पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह की हार के रूप में पार्टी को इस बार करारा झटका लगा है।
: भाजपा- भाजपा के लिए सबसे बड़ा झटका गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के रूप में लगा है, वहीं प्रदेश सरकार के मंत्री अरविंद भदौरिया, सुरेश राठखेड़ा एवं महेन्द्र सिंह सिसौदिया सहित भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य इमरती देवी, भारत सिंह भी हार गए हैं।
जिलेवार पार्टियों की सीटों का गणित किस जिले में किसको कितनी सीट
: ग्वालियर- 3 सीट पर भाजपा, 3 पर कांग्रेस
: दतिया- 1 पर भाजपा, 2 पर कांग्रेस जीती
: मुरैना- 3 पर बीजेपी, 3 पर कांग्रेस
: भिण्ड- 3 पर भाजपा, 2 पर कांग्रेस
: शिवपुरी- 4 पर बीजेपी, 1 पर कांग्रेस
: श्योपुर- दोनों सीटें कांग्रेस के खाते में
: गुना- 2 पर भाजपा, 2 पर कांग्रेस
: अशोक नगर- 2 बीजेपी, 1 पर कांग्रेस