कुलैथ में 7 व 8 जुलाई को लगेगा भगवान जगन्नाथ का मेला
ग्वालियर / अगर आप पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने नहीं जा पा रहे हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसा मंदिर जहां भगवान जगन्नाथ खुद के उपस्थित होने का साक्षात प्रमाण देते हैं। यह मंदिर स्थित है मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के कुलैथ गाँव में लगभग 178 वर्ष पुराना जगन्नाथ जी का मंदिर एक ऐसा मंदिर है जहां पर आज भी भगवान भक्तों को मंदिर में होने का प्रमाण देते है । चंदन की लकड़ी से निर्मित मंदिर में विराजी जग्न्नाथ जी, बहन सुभद्रा और दाऊ बलभद्र की प्रतिमाओं के सामने रथ यात्रा के दौरान चावलों से भरे घट (मटके) रखे जाते हैं । जो स्वयं प्रतिमा के सामने आते ही फट जाते है । ये इस बात का प्रतीक माने जाते है । कि हां भगवान जगन्नाथ यंहा अपने भक्तों के नजदीक आज भी मौजूद है ।
इस वर्ष यहां भगवान जगन्नाथ का सुप्रसिद्ध दो दिवसीय मेला 7 व 8 जुलाई को लगेगा । कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने गुरुवार को कुलैथ पहुँचकर मेले की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखने, साथ ही मेला परिसर में रोशनी व सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कुलैथ को जोड़ने वाले पहुँच मार्गों एवं कुलैथ के भीतर के मार्ग को दुरूस्त करने के निर्देश भी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने कहा मेले के सभी सेक्टर में प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के मार्ग को सुगम बनाने और जरूरत के मुताबिक बेरीकेटिंग करने के निर्देश भी उन्होंने दिए। कलेक्टर ने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन का बेहतर से बेहतर प्रबंधन करें। श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन व मेले में भाग लेने के बाद आसानी से आ-जा सकें। इसका विशेष ध्यान रखा जाए। बेरीकेटिंग इस प्रकार से की जाए जिससे एक ही स्थान पर अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के जमा होने की स्थिति निर्मित न हो।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम ग्वालियर सिटी श्री अतुल सिंह, घाटीगाँव जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती ऊषा शर्मा व तहसीलदार श्री लाल सिंह राजपूत सहित पुलिस, बिजली, पेयजल, बेरीकेटिंग, सड़क मार्ग इत्यादि व्यवस्थाओं से संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। एसडीएम ग्वालियर सिटी ने सभी संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया।