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ग्वालियर को रेड ज़ोन में रखने को लेकर असमंजस के हालात,क्या है वजह ?

ग्वालियर /लॉकडाउन का दूसरा कार्यकाल खत्म होने वाला है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन की सूची जारी कर दी है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश के 130 जिले रेड जोन में.जबकि  284 जिले ओरेंज जोन में और देश के 319 जिले ग्रीन जोन में है.वहीं मध्यप्रदेश के 9 जिले रेड जोन, 19 जिले ओरेंज जोन में और 24 जिले ग्रीन जोन में है.बता दें कि, प्रदेश के जिन जिलों को रेड जोन में रखा गया है.उनमें इंदौर, भोपाल, उज्जैन, धार, जबलपुर, बड़वानी, देवास, ग्वालियर शामिल है. तो छत्तीसगढ़ का सिर्फ रायपुर रेड जोन में रखा गया है.

ग्वालियर को लेकर असमंजस

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन की जो सूची जारी की है उसमें ग्वालियर को रेड जोन में दर्शाए जाने से असमंजस के हालात बन गए हैं चूंकि ग्वालियर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दस से कम है अतः उसको रेड ज़ोन में कैसे शामिल किया गया यह किसी के भी समझ में नहीं आया ।

त्रुटिवश ग्वालियर का नाम रेड जोन में

इस मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ग्वालियर  एस के वर्मा ने कहा की ग्वालियर का नाम त्रुटिवश रेड जोन में शामिल हो गया है इसके लिए भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से आग्रह किया गया है कि वह इस गलती को सुधारें क्योंकि ग्वालियर में अभी तक कुल 9 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं इनमें से छह स्वस्थ हो चुके हैं जबकि अन्य का इलाज चल रहा है वहीं भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार 10 से ऊपर कोरोना संक्रमित आने पर उस जिले को रेड जोन की श्रेणी में रखा जाता है।

उधर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, देश में सुबह 10 बजे तक कुल संक्रमित मामलों की संख्‍या 35,043 हो गई. वहीं 8000 लोग संक्रमण से निजात पा चुके हैं और इन्‍हें अस्‍पताल से डिस्‍चार्ज कर दिया गया है. केंद्र ने कहा है कि देश में फिलहाल स्‍वस्‍थ होने का दर 25.19 फीसद है जो दो सप्‍ताह पहले मात्र 13 फीसद थे.

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