देशभर के 400 से अधिक गीता स्वाध्यायी तथा विद्वान् होंगे सम्मिलित
ग्वालियर / इस वर्ष अखिल भारतीय गीता सम्मेलन का आयोजन ग्वालियर के भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान में 24,25,26 दिसम्बर में होगा।
आयोजन समिति के अध्यक्ष – श्री ओमप्रकाश दीक्षित ने प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी उन्होंने बताया कि विश्वगीताप्रतिष्ठान गीता के प्रचार प्रसार में लगा हुआ उदीयमान संगठन है ।घर-घर गीता का प्रचार हो, सदाचार और सद्विचार हो। पहले सा मेरा भारत ये जगद्गुरु फिर एक बार हो उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य से समाज में जन जागरण का कार्य करते हुए श्रीमद्भगवद्गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ का स्थान दिलाने हेतु जन संगठन भी तैयार कर रहा है। विश्वगीताप्रतिष्ठानम् का कार्य भारत के साथ विदेशों में भी फैल रहा है। छोटे-छोटे समूहों में ग्रामों तथा नगरों में बहुत तेजी से गीता स्वाध्याय मंडलों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। गीता, संस्कृत, संगीत, शिक्षा, आयुर्वेद, योग, ज्योतिष, संस्कार, प्रबंधन, गौ संरक्षण एवं संवर्धन, पर्यावरण संरक्षण, आत्म प्रबंधन आदि क्षेत्रों में कार्य करते हुए वर्ष में सप्त उत्सवों का आयोजन करता है। देशभर में चले रहे गीता संस्कृत स्वाध्याय मंडलों के स्वाध्यायी कार्यकर्त्ता वर्ष में एक बार होने वाले अखिल भारतीय गीता सम्मेलनों में एकत्रित होकर अपने कार्यों की समीक्षा करते हैं तथा आगामी वर्ष की कार्य योजना बनाते हैं।
22 प्रान्तों के प्रतिनिधियों की होगी सहभागिता-
इस वर्ष अखिल भारतीय गीता सम्मेलन भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान ग्वालियर मध्यप्रदेश में 24,25,26 दिसम्बर 2023 में होने जा रहा है। इस सम्मेलन में जम्मू कश्मीर, हरियाणा, पंजाब, हिमाचलप्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिमबंगाल, त्रिपुरा, असम, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश आदि प्रांतों के प्रतिनिधियों के साथ नेपाल, बंगलादेश, अमेरिका एवं जर्मनी के गीता स्वाध्यायी कार्यकर्ता तथा विद्वान सामूहिक रूप से इस सम्मेलन में 3 दिन तक निरंतर अपने द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा तथा आगामी वर्ष की योजना तैयार करेंगे।
सम्मेलन में होंगे कई प्रकार के आयोजन-
इस सम्मेलन में नियमित दिनचर्या के साथ सात्त्विक आहार-विहारपूर्वक योग प्राकृतिक चिकित्सा सम्मेलन, गीता स्वाध्यायी सम्मेलन, कवि सम्मेलन, गीता नृत्य नाटिका, ज्योतिष सम्मेलन, शोध संगोष्ठी एवं संस्कृत सम्मेलन, आयुष सम्मेलन, स्वास्थ्य परीक्षण एवं नि:शुल्क औषधि वितरण, कुटुंब स्वाध्याय, सांस्कृतिक संध्या, सामूहिक अखंड गीता पाठ एवं यज्ञ, प्रांतश: और श्रेणीश: संगठनात्मक गोष्ठियां, गीता ज्ञान-विज्ञान प्रदर्शनी, गीतागायन स्पर्धा, पुरस्कार वितरण तथा सम्मान समारोह आदि कार्यक्रम प्रमुखता से होंगे।
देश के प्रतिष्ठित सन्त तथा विद्वानों के प्रवचन प्रेरक व्याख्यान होंगे
इस अखिल भारतीय गीता सम्मेलन में श्री विश्वक्सेनाचार्य जी हिमाचल प्रदेश, डॉ कुलदीप पुरोहित जी द्वारिका गुजरात, श्री सत्यानंद शास्त्री जी बिहार, डॉ. धनंजय मिश्रा जी जम्मू कश्मीर, दीदी तपस्यानन्द जी, श्री अग्निवेश जी भोपाल, योगाचार्य श्री लखनलाल पाठक जी छतरपुर, डॉ. हेमंत शर्मा रायपुर छत्तीसगढ़, श्री लक्ष्मीनारायण पटेरिया जी बीना, प्रो. राजेश्वर प्रसाद मिश्र कुरुक्षेत्र, प्रो. बाबूलाल मीना जी भरतपुर, महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी जी, सलकनपुर से पधारेंगे। विश्वगीताप्रतिष्ठानम् की केंद्रीय कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी तथा सभी प्रांतों एवं जिलों की कार्यकारिणियों के पदाधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
ये है सम्मेलन की आयोजन समिति
सम्मेलन की आयोजन समिति में संरक्षक के रूप में महन्त श्री दिलीप शर्मा जी, करौली माता मंदिर, महलगांव, डॉ. आलोक शर्मा जी डायरेक्टर IITTM, डॉ. एम. डी. पाराशर जी, श्री किशन मुद्गल जी, डॉ सुरेश शर्मा जी, श्री ओमप्रकाश श्रीवास्तव जी कमिश्नर IAS, श्री उपेन्द्र नाथ शर्मा IAS, श्री जगदीश नायक जी, श्री बसंत पाराशर जी तथा अध्यक्ष – श्री ओमप्रकाश दीक्षित जी, सचिव – श्री अभिषेक द्विवेदी जी, संयोजक – डॉ सी.पी. शर्मा जी, महाप्रबंधक – ओमप्रकाश पटसारिया शामिल हैं।