ग्वालियर/भटिंडा/गाजियाबाद/ इस बार वायुसेना दिवस पर ग्वालियर से बालाकोट एयर स्ट्राइक को अंजाम देने वाली मिराज 2000 की 9 नंबर स्कॉवड्रन को यूनिट प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया गया
ग्वालियर स्थित मिराज 2000 की इस स्कॉवड्रन को ‘वुल्फपैक’ के नाम से जाना जाता है. मिराज2000 विमानों द्वारा बालाकोट एयर स्ट्राइक को अंजाम देने के लिए ‘स्पाइस मिशन’ कोडनेम दिया गया था. ग्वालियर से करीब डेढ़ हजार (1500) किलोमीटर दूर एलओसी पार कर पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ट्रैनिंग कैंप पर हमला करने के लिए वुल्फपैक के मिराज2000 का इस्तेमाल किया गया था.
उधर बालाकोट एयर स्ट्राइक के अगले दिन यानि 27 फरवरी को पाकिस्तानी वायुसेना के हमले को नाकाम करने में अहम भूमिका निभाने वाली श्रीनगर स्थित 51 स्कॉवड्रन को भी यूनिट-साईटेशन से नवाजा गया. ये मिग21 बाइसन फाइटर जेट की स्कॉवड्रन है और ‘स्वॉर्ड-आर्म्स’ के नाम से जानी जाती है. विंग कमांडर अभिनंदन इसी स्कॉवड्रन में तैनात थे.
वुल्फपैक और स्वॉर्ड आर्म्स के अलावा वायुसेना की भटिंडा स्थित 601 सिग्नल यूनिट को भी बालाकोट स्ट्राइक और 27 फरवरी की डॉगफाइट में अहम भूमिका निभाने के लिए सम्मानित किया गया
अवैक्स (एयर वार्निंग अर्ली कंट्रोल सिस्टम यानि एडब्लूईसीएस) टोही विमान वाली इस यूनिट ने बालाकोट हमले और 27 फरवरी की डॉगफाइट में वायुसेना की ‘आंख और कान’ का काम किया था. इस यूनिट ने इन दोनों ऑपरेशन में वायुसेना के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का काम किया था.