अचलेश्वर मंदिर के भक्तों की प्रेरणा से अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास ने भगवान अचलनाथ के मंदिर के गर्भगृह में चांदी की जलहरी का निर्माण कार्य आज पूरा कर लिया गया इसके बाद भक्तों के बीच भगवान अचल नाथ का मनोहारी स्वरूप सामने आया है।
उल्लेखनीय है कि भगवान अचलनाथ मंदिर में चांदी से निर्मित की गई जलहरी को लगाने का कार्य शुक्रवार को काशी के कुशल कारीगरों द्वारा प्रारंभ किया गया था। इस जलहरी के लिए श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर को चांदी दान दी गई थी श्रद्धालुओं द्वारा दान की गई चांदी की कीमत करीब 6219000 रुपए आंकी गई। काशी में निर्मित कराई गई जलहरि को लेने के लिए मंदिर के पुजारी पं. गौरव शर्मा के नेतृत्व में 8 सदस्यीय टीम काशी ने लिए रवाना हुई थी इस टीम ने काशी पहुंचकर जलहरि को बॉक्स में पैक करवाया और पूर्ण श्रद्धा भाव से उसके स्थापना की आगामी कार्यवाही प्रारंभ की इसी के चलते अचलेश्वर न्यास अचलनाथ पर जलहरि की स्थापना की लेकर गतिविधियां रात्रि से जारी थीं न्यास धार्मिक विधिविधान से इसे लगाने की तैयारी में जुटा रहा। जानकारी के अनुसार इसी वजह से मंदिर को आज 12 जुलाई से 16 जुलाई तक दर्शनार्थियों के लिए बंद करने की सूचना भी चस्पा की गई थी। विशेष कारीगरों द्वारा पर्दा लगाकर जलहरी निर्माण लगभग पूर्ण होने के बाद आज भगवान अचल नाथ की मनोहारी स्वरूप सामने आया।