आजकल मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान और कांग्रेस के बीच जमकर तनातनी चल रही है। इसकी शुरुआत एक तस्वीर से हुई थी लेकिन अब ट्वीटर पर वार प्रतिवार का दौर लगातार जारी है और लोग इसे आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर मजे ले रहे हैं।
ट्वीटर वार का सिलसिला उस तस्वीर को लेकर शुरू हुआ जिसमें सीएम शिवराज सिंह और उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान बैठे हुए हैं। साधना सिंह रसोई में काम करती हुई दिख रही हैं और पास ही एक दूसरी महिला चूल्हे पर रोटी बना रही है। इस तस्वीर को ट्विटर पर शेयर करते हुए कांग्रेस ने लिखा था कि ‘अब आपकी जल्द ही चूल्हा फूंकने की तकलीफ खत्म होने वाली है क्योंकि कमलनाथ जी के मुख्यमंत्री बनते ही आपको भी 500 रूपये में गैस सिलेंडर मिलेगा।’
इस ट्वीट पर शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई। उन्होने भी ट्वीट करते हुए कहा कि ‘मेरी माँ 32 साल से पिताजी के पीछे उनकी ताकत बनकर खड़ी रही, सुख और दु:ख में उनका संबल बनीं, लेकिन कांग्रेस रिश्तों की पवित्रता, प्रेम, को नहीं समझती, वो हर बात में राजनीति देखती है। आखिर करें भी क्यों ना, चरित्र शब्द की समझ कांग्रेस के नेताओं को कम है। जनता की सेवा पिताजी के लिए पहला कर्तव्य है। परिवार के लिए उन्हें समय कम ही मिलता है, और ऐसे कुछ पल वो कभी-कभी साझा करते हैं, लेकिन कितनी गिरी है कांग्रेसी सोच कि राजनैतिक फायदे के लिए उसे भी निशाना बना रही है। बजरंग बली मेरे माता-पिता के इन खूबसूरत पलों को बुरी नज़र से बचायें।’
इसी के साथ अब कार्तिकेय सिंह चौहान और कांग्रेस में ‘ट्वीट-वॉर’ शुरु हो चुकी है। कार्तिकेय ने जब ये कड़ा जवाब दिया तो कांग्रेस ने फिर एक ट्वीट किया जहां उन्हें ‘युवराज’ कहकर संबोधित किया और शिवराज सरकार की नाकामियां गिनाई। अब ‘युवराज’ पर आपत्ति जताते हुए कार्तिकेय ने लिखा कि ‘युवराज शब्द आप लोगों के लिए नया नहीं है। आपकी पार्टी में कई युवराज हैं, शहज़ादे हैं। आपको तो कई बार युवराज युवराज बोलना पड़ता होगा, इसलिए आदतन यहाँ भी लिख दिया। मेरा समय बर्बाद करने के बजाय चुनाव लड़ने का प्रयास कीजिए।
वैसे लगता नहीं, फिर भी उम्मीद करता हूँ कि आप राजनीति के लिए मुद्दे खोजेंगे, परिवार नहीं।’
अब फिर कांग्रेस ने इसे लेकर ट्वीट किया है। इस बार उसने लिख है कि ‘हे ! युवराज, महाराज की बैशाखी पर बैठकर सत्ता का चीरहरण करने का गुनाह तो आपके पिता जी के माथे पर पुता है। अब तो महाराज, युवराज, नाराज़ और शिवराज सब आपके हिस्से की देनदारियाँ हैं। वैसे आपने बताया नहीं कि मध्यप्रदेश को आपके पिता जी के जंगलराज से मुक्त कराने के लिये आप प्रभु हनुमान की उपासना कब से करने वाले हैं? ख़ैर छोड़ो, आपके और आपके पिता जी के लिये तो राजनीति मेवा और मलाई का स्रोत है। आपकी जानकारी के लिये कुछ तथ्य प्रेषित हैं, कभी फ़ुर्सत मिले तो मध्यप्रदेश के हालात पर भी दो शब्द लिखियेगा। – आपके पिता जी ने मध्यप्रदेश को आदिवासी अत्याचार में पूरे देश में नंबर वन बना दिया है। – आपके पिता जी ने मध्यप्रदेश को बच्चों के लिए देश का सबसे असुरक्षित प्रदेश बना दिया है। – आपके पिता जी ने मध्यप्रदेश को बलात्कार और यौन शोषण के मामले में मध्यप्रदेश को पूरे देश में नंबर वन बना दिया है। – आपके पिता जी ने वैश्विक गरीबी सूचकांक में मध्यप्रदेश को देश के सबसे अधिक गरीब राज्यों में शामिल करा दिया है। – आपके पिता जी ने स्वास्थ्य सूचकांक में 19 बड़े राज्यों की सूची में मध्यप्रदेश को सबसे नीचे गिराकर 17वें नंबर पर ला दिया है।- आपके पिता जी ने शिक्षा सूचकांक में 29 राज्यों की सूची में मध्यप्रदेश को 23वें नंबर लुढ़का दिया है। युवराज ! गुमराह मत हो, उठो, आवाज़ उठाओ, बीजेपी को बेनक़ाब करो और मध्यप्रदेश को बता दो कि आप एक पढे लिखे और समझदार नागरिक हैं। शिवराज के जंगलराज का विरोध ही श्रेष्ठता का प्रथम पायदान है। जय वीर हनुमान’