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जब सिंधिया स्कूल में टीचर बनकर पीएम मोदी ने स्टूडेंट्स को सौंपे ये 9 काम

ग्वालियर /प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम मध्य प्रदेश के ग्वालियर किले पर मौजूद थे. मौका था ‘द सिंधिया स्कूल’ के 125वें स्थापना दिवस का. ऐतिहासिक किले पर बने इस स्कूल पीएम मोदी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित किया. आखिर में किसी स्कूल टीचर की तरह ही प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद बच्चों को 9 टॉपिक का ‘होमवर्क’ दे दिया.

PM मोदी ने सिंधिया स्कूल के स्टूडेंट्स को सौंपे ये 9 काम:-   

1. जल सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाना
2. डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूकता पैदा करना
3. ग्वालियर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर बनाने का प्रयास करना
4. मेड इन इंडिया उत्पादों को बढ़ावा देना और वोकल फॉर लोकल का दृष्टिकोण अपनाना
5. विदेश जाने से पहले देश के भीतर यात्रा करें
6. क्षेत्रीय किसानों के बीच प्राकृतिक खेती के बारे में जागरूकता पैदा करें
7. रोज के खाने में मोटा अनाज यानी श्रीअन्न शामिल करें
8. खेल, योग या किसी भी प्रकार की फिटनेस को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं
9. कम से कम एक गरीब परिवार की मदद करें

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर छात्रों से लीक से हटकर सोचने के लिए कहा. इस दौरान पीएम ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया को भी याद किया. छात्रों को याद दिलाया कि कैसे पूर्व रेल मंत्री माधवराव ने शताब्दी ट्रेनें शुरू कराई थीं, उस दौरान जैसी पहल तीन दशकों तक दोहराई नहीं गई थी और अब देश ‘वंदे भारत’ और ‘नमो भारत’ ट्रेनें देख रहा है.

PM मोदी ने स्वराज के संकल्पों के आधार पर सिंधिया स्कूल के सदनों के नाम पर प्रकाश डाला और कहा कि यह प्रेरणा का बहुत बड़ा स्रोत है. उन्होंने शिवाजी हाउस, महाद जी हाउस, राणो जी हाउस, दत्ता जी हाउस, कानरखेड हाउस, नीमा जी हाउस और माधव हाउस का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सप्त ऋषियों की ताकत की तरह है.

सिंधिया स्कूल में कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने स्कूल में ‘बहुउद्देशीय खेल परिसर’ की आधारशिला रखी और प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों और शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वालों को स्कूल के वार्षिक पुरस्कार प्रदान किए. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया.  बता दें कि सिंधिया स्कूल की स्थापना 1897 में हुई थी और यह ऐतिहासिक ग्वालियर किले के ऊपर है.

 

इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपके सपने और संकल्प दोनों बड़े होने चाहिए, आपका सपना ही मेरा संकल्प है। हमेशा आउट आफ बाक्स सोचिए। अपने आइडिया, सपने नमोएप पर शेयर करएि। उन्हाेंने कहा कि शार्टकट तात्कालिक लाभ पहुंचता है। लेकिन लांग टर्म की सोच के साथ काम करना होगा। जो भी व्यक्ति तात्कालिक स्वार्थ के लिए काम करता है उससे समाज व राष्ट्र का नुकसान होता है। 2014 में जब देश ने प्रधानसेवक का दायित्व दिया। हमनें अलग अलग समय सीमा रखकर काम किया है। पिछले 10 सालों में लांगटर्म फैसले लिए। देश को कितने ही पैंडिंग बोझ से दूर किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आजाद हिंद सरकार का स्थापना दिवस भी है। सभी देशवासियों को इसकी भी बधाई देता हूं। इस गौरवमई इतिहास से जुड़ने का मौका दिया। यह इतिहास सिंधिया स्कूल का भी है और एतिहासिक ग्वालियर शहर का भी है। संगीत सम्राट तानसेन, महादजी सिंधिया, विजयाराजे सिंधिया, अटल बिहारी बाजपेयी, उस्ताद अमजद अली जैसे लोगों का निर्माण ग्वालियर की धरती करती है। यह धरती नारी शक्ति और वीरांगनाओं की तपस्या स्थली है।

ज्योतिरादित्य गुजरात के दामाद हैं

ग्वालियर आना अपने आप में बहुत सुखद होता है। और दो वजहों से ग्वालियर से नाता है। एक, काशी का सांसद हूं, हमारी संस्कृति संरक्षण में सिंधिया परिवार की भूमिका रही है। काशी में कई घाट बनवाए हैं। आज जिस प्रकार काशी का विकास हो रहा है उसे देखकर महारानी बैजाबाई, महाराज माधवराज को प्रशन्नता होती होगी। ग्वालियर से दूसरा कनेक्शन ज्योतिरादित्य गुजरात के दामाद हैं। इस नाते भी ग्वालियर से रिश्तेदारी है। मेरा गांव गायकवाड़ स्टेट का गांव है। मेरे गांव में प्राथमिक स्कूल गायकवाड़ परिवार ने बनवाया।

सिधिया स्कूल माधवराव प्रथम की दूरगामी सोच का परिणाम

हमारे यहां कहा गया है कि सज्जन व्यक्ति जैसा मन में सोचते हैं, वैसा कहते भी हैं और करते भी हैं। यही एक कर्त्तव्य परायण व्यक्ति की पहचान होती है। कर्त्तव्यनिष्ठ व्यक्ति तात्कालिक लाभ के नहीं, आगामी पीढि़यों के भविष्य के लिए काम करते हैं। यदि एक शताब्दी का सोच रहे हैं तो शिक्षा से जुड़ी संस्थाएं बनाइए। माधवराव प्रथम ने इस बात को पूरा किया। उनकी यही सोच भी आने वाली पीढि़याें को उज्जवल बनाने के लिए काम किया। सिंधिया स्कूल उनकी दूरगामी सोच का परिणाम थी। आने वाली पीढि़यों के लिए जल संरक्षण् पर भी ध्यान दिया। उस समय पानी के लिए एक बड़ी व्यवस्था बनाई। हरसी डेम 150 साल बाद भी एसिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है। आज भी यह काम आ रहा है।

मोदी ने कहा कि जम्मू कश्मीर से आर्टीकल 370 हटाया । पूर्व फौजियों को वन रैंक वन पेंशन दी। जीएसटी को लागू किया। तीन तलाक के खिलाफ भी कानून हमारी सरकार के दौरान बनाया। कुछ सप्ताह पहले महिलाओं को रिजर्वेशन के अधिनियम को लागू किया। कोशिश यही है कि यंग जनरेशन के लिए देश में एक पाजिटिव माहौल बने। एक ऐसा माहौल जिसमें आपकी जनरेशन के पास अपार्चुनिटी की कमी न हो। ऐसा माहौल हो कि देश का युवा बड़े सपने देखे और प्राप्त करे।

मोदी ने कहा कि हमें संकल्प लेना है कि अगले 25 सालों में देश को विकसित बनाकर दिखाएंगे। यह आपको करना है। भारत की यंग जनरेशन को करना है। आपके सामथ्र्य पर विश्वास है। 25 साल आपके लिए जरूरी है, उतने ही भारत के लिए जरूरी हैं। यह सोच कर काम करें कि मैं बनाऊंगा विकसित भारत। मैं नेशन फस्र्ट की सोच की तहत काम करूंगा।

अंतरिक्ष में स्पेश स्टेशन स्थापित करने की तैयारी कर रहा है। ग्वालियर में एयरफोर्स का बड़ा बेस स्टेशन है। आज भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। भारत का बढ़ता हुआ सामथ्र्य आपके लिए पासीबिलिटी बना रहा हे। 2014 से पहले महज 100 स्टार्टअप हुआ करते थे। आज 1 लाख के करीब पहुंच रहा है। सिंधिया स्कूल के बच्चों को यूनीकोन बनाने हैं। सरकार के तौर हमने नए सेक्टर ओपन किए हैं। पहले सेटेलाइट सरकार बनाती है। लेकिन अब स्पेश स्पेश सेक्टर को ओपन कर दिए। डिफेंस सेक्टर को भी आप के लिए ओपन कर दिए। कई सेक्टर आपके लिए बन रहे हैं। मेक इन इंडिया को आगे बढ़ाना है।

इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और जितेंद्र सिंह उपस्थित थे.

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