मध्य प्रदेश में पिछड़ा वर्ग की सर्वमान्य नेता बनने के लिए फिर से सक्रिय हुई मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती स्टिंग ऑपरेशन का शिकार हो गईं। ब्यूरोक्रेसी को लेकर उनका जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह वीडियो पिछड़ा वर्ग के प्रतिनिधि मंडल में शामिल एक जागरूक नागरिक द्वारा बनाया गया था।
आज दिनांक 20 सितंबर 2021 को उमा भारती ने बताया कि परसों भोपाल में मेरे निवास पर पिछड़े वर्गों का एक प्रतिनिधि मण्डल मुझे मिला। यह मुलाक़ात औपचारिक नही थी। उस पूरी बातचीत का वीडियो मीडिया में वायरल हुआ है। जबकी सच्चाई यह है की ईमानदार ब्यूरोक्रसी सत्ता में बैठे हुए मज़बूत, सच्चे एवं नेक इरादे वाले नेता का साथ देती हैं। यही मेरा अनुभव हैं।
मुझे रंज है कि, मैंने असंयत भाषा का प्रयोग किया जबकि मेरे भाव अच्छे थे। मैंने आज से यह सबक़ सीखा की सीमित लोगों के बीच अनौपचारिक बातचीत में भी संयत भाषा का प्रयोग करना चाहिये। कुल मिलाकर उमा भारती ने विवाद को बढ़ने से पहले ही माफी मांग ली है।
वायरल वीडियो में उमा भारती बता रही हैं कि ब्यूरोक्रेसी कुछ नहीं होती, चप्पल उठाने वाली होती है, हमारी चप्पल उठाती है। हम ही उसे महत्व देते हैं। मैं केंद्रीय मंत्री रही हूं, मुख्यमंत्री रही हूं। हमारी पहले बातचीत हो जाती है उसके बाद ब्यूरोक्रेसी कोई फाइल प्रस्तुत करती है। हम ब्यूरोक्रेसी के बहाने से अपनी राजनीति चलाते हैं। (सुश्री उमा भारती मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों को ब्यूरोक्रेसी द्वारा मिस गाइड करने के प्रश्न का उत्तर दे रहीं थीं।)
https://twitter.com/i/status/1439898913150943236