चुनाव आयोग ने पिछले महीने घोषणा की थी कि मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के सदस्यों के चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा। इसके नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। अब इसका काउंटडाउन भी शुरू हो गया है। चुनाव को लेकर कई एजेंसियों के ओपिनियन पोल भी सामने आए हैं। सभी ओपिनियन पोल अलग-अलग बात कह रहे हैं। 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में भी दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर हुई थी। अब एक बार फिर ओपिनियन पोल में कुछ ऐसी ही स्थिति सामने आ रही है।
2018 में हुए चुनाव के नतीजों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। कांग्रेस ने सबसे अधिक सीटें (114) हासिल कीं, लेकिन बहुमत का आंकड़ा पार नहीं कर पाई। वहीं बीजेपी को 109 सीटों पर जीत मिली।
आइए जानते हैं एमपी के अब तक के ओपिनियन पोल का हाल (2023)
वोटों के लगातार उतार-चढ़ाव के बीच 2018 चुनाव के वोटों की गिनती उसी साल 11 दिसंबर को की गई थी। अंतिम परिणाम अगले दिन घोषित किया गया, जिसमें कांग्रेस 114 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि भाजपा के पास 109 सीटें थीं। बहुजन समाज पार्टी ने 2 सीटें जीतीं, समाजवादी पार्टी ने 1 सीट जीती और 4 सीटें निर्दलीयों ने जीतीं। यही वह साल था जब कांग्रेस 15 साल बाद मध्य प्रदेश की सत्ता में वापस आई थी। 17 दिसंबर, 2018 को कमल नाथ ने राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। हालांकि सिंधिया की बगावत के बाद 15 महीने में ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।