भोपाल। प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग श्री फैज अहमद किदवई ने प्रदेश के सभी जिला कलेक्टरों, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारियों को जारी आदेश में कहा है कि कोरोना संक्रमण के दौरान उचित प्रबंधन और दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य किया जाए। मौजूदा हालात और रोगियों को चिकित्सीय रूप से हल्के, मध्यम या गंभीर रोग की श्रेणी के अनुसार उनकी देखभाल, स्वास्थ्य केंद्र और अस्पताल में भर्ती कर उपचारित करने के लिए सभी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
प्राय देखने में आया है कि भीड़-भाड़ वाले इलाके, संक्रमित व्यक्ति के संबंध संपर्क में अथवा ऐसी जगह जहां मरीजों का उपचार किया जा रहा है पर मास्क पहनना अनिवार्य किया जाए। साथ ही घर से बाहर निकलते हुए या अपने कार्यक्षेत्र पर जाते समय मास्क अनिवार्य रूप से लगाया जाए। और अपने चेहरे, नाक, मुंह को छूने से बचाव किया जाए। शौचालय के उपयोग के बाद भोजन, खाने से पहले और खाने के बाद जब भी हाथ गंदे दिखे उसे 40 सेकेंड तक धोते रहना चाहिए। कोरोना संक्रमित रोगी के संपर्क में आने पर रोगी के शरीर के तरल पदार्थों के साथ सीधे संपर्क से बचें। विशेष रूप से मौखिक या संभावित रूप से दूषित वस्तु के संपर्क में आने से बचें। निर्धारित दूरी का पालन करना चाहिए।
स्वास्थ्य संचालनालय मध्यप्रदेश द्वारा रोगी के सम्बन्ध में दिशा निर्देश दिए है की रोगी हर समय ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का उपयोग करे। 8 घंटे के उपयोग के बाद या इससे पहले यदि वे गीले हो जाते हैं तो मास्क को त्याग देना चाहिए। रोगी द्वारा उपयोग में लाई गई इन सब वस्तुओं को एक पर्सेंट सोडियम हाइपोक्लोराइट के साथ इसे कीटाणु रहित करने के बाद ही बाद में प्रथक की जाए।
रोगी को निर्धारित कमरे में रहने और घर के अन्य लोगों से दूर ही रखने का विशेष रूप पालन कराया जाए। इसके साथ ही बुजुर्गों अन्य रोगों से ग्रसित जैसे उच्च रक्तचाप, हृदय रोगी को बनाए रखने का पालन करना चाहिए। हाथों को कम से कम 40 सेकंड के लिए साबुन और पानी से धोना चाहिए या अल्कोहल बेस्ट सैनिटाइजर का उपयोग करना चाहिए। इसके साथ ही कमरों की सतह पर जिन को अक्सर छुआ जाता है टेबल, टॉप, डोर हैंडल आदि को एक पर्सेंट हाइपोक्लोराइट से साफ किया जाना सुनिश्चित किया जाए। रोगी को चिकित्सक के निर्देशों और दवा की सलाह का सख्ती से पालन कराए। रोगी की निगरानी और स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए।