केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि वह बंटवारे के किस्सों से दुखी हैं। उन्होंने एक बुजुर्ग का वीडियो शेयर किया है जो भारत और पाकिस्तान के विभाजन का दर्द बयां कर रहे हैं। इस वीडियो में विभाजन के दौरान हुई परेशानियों का जिक्र किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने पीएम मोदी का भी आभार जताया है।
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक बुजुर्ग का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि, ‘ सोशल मीडिया पर आज एक वीडियो को देखकर मन व्यथित है। बंटवारे के इस तरह के डरावने किस्से सुनकर दु:ख होता है। हमारे संवेदनशील प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में याद किए जाने का निर्णय हमें विभाजन के समय उन लोगों के अंतहीन संघर्ष और बलिदान की याद दिलाएगा जिन्हें पलायन करना पड़ा था और जिन्होंने अपनी जान तक गंवा दी थी।’
बता दें कि जो वीडियो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शेयर किया है। उसमें एक बुजुर्ग भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के बाद लोगों की क्या स्थिति थी। उन्हें किस किन किन परेशानियों का सामना करना पड़ा। इन सब बातों का जिक्र कर रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस ट्वीट पर कुछ लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। @jabbarkhann टि्वटर अकाउंट से कमेंट किया गया है कि आदरणीय महाराज आप को यह समझने के लिए तब वक्त नहीं था क्या? जब आप कांग्रेस कि केंद्र सरकार में मंत्री बनकर लोग ले रहे थे?
एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि याद ही करेंगे कि कुछ करेंगे भी?@vedantenterpri6 टि्वटर हैंडल से सवाल पूछा गया कि मगर बंटवारे से पहले 1957 के क्रांति में आपके पूर्वजों ने अंग्रेजों का साथ देकर, भारत के साथ धोखा किया था उसका क्या? एक टि्वटर अकाउंट से लिखा गया कि कांग्रेस ने तो कभी विभाजन के बारे में जनता को बताया ही नहीं।
सोशल मीडिया पर आज एक वीडियो को देख कर मन व्यथित है। बँटवारे के इस तरह के डरावने किस्से सुनकर दुःख होता है। हमारे संवेदनशील प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का 14 अगस्त को #PartitionHorrorsRemembranceDay के रूप में याद किए जाने का निर्णय 1/2 pic.twitter.com/SL4bfplDMf
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) September 1, 2021
नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया है कि अब से हर साल 14 अगस्त को लोगों के संघर्षों व बलिदान की याद में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने इस ऐलान के दौरान कहा था कि विभाजन के चलते नफरत और हिंसा ने लोगों को घेर लिया था। इस वजह से हमारे कई देशवासियों को अपना घर द्वार छोड़ना पड़ा था और उनकी जान भी गई थी।