प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 3 मई तक लॉक डाउन बढ़ाए जाने के बाद शिवराज सिंह सरकार मध्यप्रदेश में इसके क्लासिफिकेशन की तैयारी कर रही है। पूरे प्रदेश को 3 जोन में बांटने की तैयारी हो चुकी है। रेड जोन में केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा परंतु ऑरेंज और ग्रीन जोन में शिवराज सिंह सरकार अपने तरीके से कुछ राहत देगी ताकि उन क्षेत्रों में आम जनजीवन सामान्य रहे जहां संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। पूरे प्रदेश में सीमाएं सील रहेंगी। सार्वजनिक परिवहन बंद रहेंगे। निजी वाहनों का उपयोग करके भी लोग एक शहर से दूसरे शहर में नहीं जा सकते।
9 जिले बेहद खतरनाक
प्रदेश के कोरोना हॉटस्पॉट के अंतर्गत 9 जिले रेड एरिया में आते हैं। इन जिलों में इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, खरगौन, मुरैना, बड़वानी, विदिशा और होशंगाबाद शामिल है। इन जिलों में केंद्र की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। राज्य सरकार की तरफ से कोई रियायत नहीं दी जाएगी। इन इलाकों में लोगों को एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले में जाने की अनुमति नहीं है।
14 जिले कम डेंजर जोन में
ऑरेंज एरिया (जहां दस से कम कोरोना पॉज़िटिव मामले मिले है) में 14 ज़िले शामिल है। इनमें ग्वालियर, देवास, खंडवा, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, बैतूल, धार, रायसेन, श्योपुर, सागर, शाजापुर, मंदसौर, सतना और रतलाम है। इन जिलों में थोड़ी ढील दी जाएगी। राशन और दवाओं के अलावा बाजार में दूसरी गतिविधियों की सशर्त अनुमति दी जा सकती है लेकिन ध्यान रखा जाएगा कि किसी भी कीमत में धारा 144 का उल्लंघन ना हो।
मध्यप्रदेश के 29 जिले कोरोना मुक्त
ग्रीन एरिया में 29 ज़िले शामिल हैं। इन जिलों में उमरिया, अनूपपुर, शहडोल, रीवा, सीधी, सिंगरौली, बालाघाट, मंडला, सिवनी, डिंडोरी, नरसिंहपुर, कटनी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, दमोह, अशोकनगर, दतिया, गुना, भिंड, नीमच, आगर मालवा, बुरहानपुर, झाबुआ, अलीराजपुर, हरदा, राजगढ़, सीहोर और निवाड़ी हैं। इन सभी जिलों में सोशल डिस्टेंसिंग की शर्त पर बाजार खोला जा सकता है। यह भी संभव है कि पुलिस को अधिकृत कर दिया जाए, जो लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करेंगे उनसे जुर्माना वसूला जाएगा या फिर भीड़ लगाकर खड़े होने वाले सभी लोगों को एक साथ क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया जाएगा।
इंदौर भोपाल आउट ऑफ कंट्रोल
प्रदेश में कोरोना संक्रमण का मामला बढ़ता जा रहा है. प्रदेश में सोमवार तक इसके 652 केस सामने आ चुके हैं, जबकि यहां 50 लोगों की इस खतरनाक संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। इंदौर शहर में सबसे ज्यादा मामले सामने आये हैं। यहां 362 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें से 35 की मौत हो चुकी है, जबकि 39 मरीज़ पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर वापस लौट चुके हैं। जबकि राजधानी भोपाल में 142 कोरोना पीड़ित मरीजों में से 4 की मौत हो चुकी है। इलाज के दौरान तीन मरीज ठीक हुए हैं। शिवपुरी ,
ग्वालियर ने पहले बढ़ाई थी चिंता अब स्थिति नियंत्रण में
इन सबके बीच एक अच्छी खबर ग्वालियर से है। यहां 6 लोगों में से सभी को संक्रमण से मुक्त बताया जा रहा है, जबकि शिवपुरी जिले में भी मिले 2 मरीज इलाज के दौरान स्वस्थ हो चुके हैं। मुरैना जिले में 14 लोग इससे संक्रमित मिले हैं। जबलपुर में 12 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 6 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।