आंध्रप्रदेश के सिकंदराबाद स्थित एक निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस
कल ग्वालियर में होगा अंतिम संस्कार
सड़क मार्ग से पार्थिव देह ग्वालियर रवाना
जीआर मेडिकल कॉलेज के दो बार डीन रहे जाने माने न्यूरोसर्जन और ज्यारोग्य न्यूरो सर्जरी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ एसएन अयंगर का बीती रात्रि 1.10 बजे आंध्रप्रदेश के सिकंदराबाद स्थित एक अस्पताल में निधन हो गया।
डॉ अयंगर पिछले कुछ माह से फेफड़े के इन्फेक्शन और ह्रदयरोग से पीढित थे पहले दिल्ली में उनका इलाज किया गया बाद में सिकंदराबाद स्थित फेफड़ों के इलाज के लिए प्रसिद्ध जसोदा हॉस्पिटल ले जाया गया जहां बीती रात्रि उन्होंने अंतिम सांस ली।
ग्वालियर में होगा अंतिम संस्कार
डॉ अयंगऱ की पार्थिव देह को सड़क मार्ग से ग्वालियर रवाना किया गया है कल ग्वालियर पहुंचने के बाद यहीं उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कोरोना काल में किया उल्लेखनीय कार्य
डॉ अयंगर एक प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन थे और जिस समय कोरोना पैर पसार रहा था मध्यप्रदेश सरकार ने उनकी उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाओं को दृष्टिगत रखते हुए कोरोना से निपटने व्यापक रणनीति बनाने में जबरदस्त योगदान लिया, इसी दौरान डॉ अयंगर कोरोना के शिकार भी बने लेकिन इसके बावजूद अपनी सेवाएं जारी रखीं।
ग्वालियर से की मेडिकल पढ़ाई
मूलतः आंध्ररप्रदेश के रहने वाले डॉ अयंगर ने मेडिकल एमबीबीएस की पढ़ाई ग्वालियर के जीआर मेडिकल कॉलेज से शुरू की थी बाद में उन्हें ग्वालियर इतना रास आया कि उन्होंने अपना सम्पूर्ण चिकित्सा जीवन यहीं जयारोग्य अस्पताल को समर्पित कर दिया।
ज्यारोग्य में न्यूरोसर्जन के रूप में सेकड़ों मरीजों की सफल ब्रेन सर्जरी की
न्यूरोसर्जरी में डॉ अयंगर को जबरदस्त महारत हासिल थी पूरे देश में एक उनका नाम प्रसिद्ध न्यूरोसर्जन के रूप में आदर से लिया जाता था। दूर दूर से उनके पास न्यूरोसर्जरी के मरीज आते थे उन्होंने ग्वालियर ज्यारोग्य में न्यूरोसर्जन के रूप में सेकड़ों मरीजों की सफल ब्रेन सर्जरी की थी। उनके निधन से ग्वालियर के चिकित्सा जगत में शोक की लहर है।