कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया की खासमखास व मध्यप्रदेश सरकार की मंत्री इमरती देवी भाजपा सहित शिवराज सरकार के लिए सिरदर्द बनती जा रही हैं। अभी अंडे खाने के सरकारी फरमान का कुहासा छटा भी नहीं की मंत्राणी ने दो और विवादित बयान देकर विरोधी कांग्रेस को बैठे बिठाये एक मुद्दा दे दिया।‘
उपचुनाव से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे करीबी और शिवराज सरकार में मंत्री इमरती देवी के बयान भाजपा की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं| वहीं कांग्रेस को बैठे बिठाये मुद्दा मिल रहा है| मंत्री इमरती देवा का ‘हम जिस कलेक्टर को फोन करेंगे, वह सीट जिता देगा’ कहते हुए वायरल वीडियो का विवाद अभी थमा भी नहीं था, कि अब उनका एक और वीडियो वायरल हो गया है, जिसमे वो डिप्टी सीएम बनने का दावा कर रही हैं।
दरअसल, इमरती देवी पिछले कुछ दिनों से लगातार सुर्ख़ियों में हैं। कभी आंगनबाड़ियों में अंडा दिए जाने को लेकर तो कभी अपने बयानों को लेकर| गुरूवार को उनके दो वीडियो वायरल हुए| पहले वीडियो में वह ग्रामीणों को संबोधित कर रही हैं| इस दौरान वह कह रही हैं, “सत्ता का इतना बहुमत होता है कि कलेक्टर से एक सीट की कह दिया जाएगा तो सीट मिल जाएगी”। उनके इस बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है, इमरती देवी के खिलाफ कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत की है।
सिंधिया-शिवराज की मंशा- डिप्टी सीएम बनेंगी इमरती देवी
इधर, पहले वीडियो का विवाद थमा भी नहीं था, कि दूसरा वीडियो सामने आ गया है| जिसमे वो कह रही हैं कि वायरल वीडियो में इमरती देवी कह रहीं हैं कि- ज्योतिरादित्य और शिवराज सिंह की मंशा है, इमरती अगर अच्छे वोटों से जीत कर आए तो इस बार हम इमरती को डिप्टी सीएम बनाएं। वीडियो में वो यह भी कह रही हैं कि, हमारी विरादरी की मंत्री हैं, कहीं भी खड़े हो जाएगा तो कह दोगे कि हम डबरा के हैं और जाटव हैं तो कोई तुम्हारी गली भी नहीं रोक सकता।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इन वीडियो को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा गर्म हो गई है। वहीं वायरल वीडियो के दिए गए बयान को आधार बनाकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इमरती देवी के खिलाफ शिकायत की है। इसके अलावा कांग्रेस ने कहा है कि गैर विधायक 14 मंत्रियों को हटाया जाए क्योंकि ये पद का दुरुपयोग कर सकते हैं। साथ ही शिकायत में ग्वालियर में कल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पोस्टर हटाने की भी शिकायत की गई है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के नाम दिए पत्र में कांग्रेस ने कहा है भाजपा द्वारा 14 ऐसे व्यक्तियों को मंत्री बनाया गया है जो विधायक नहीं है तथा उनके विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव में प्रत्याशी है और वे नाम मात्र के लिए मंत्री प्रदेश स्तर के हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि उनके द्वारा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में ही मंत्री पद का प्रभार डालकर शासकीय तंत्र एवं मशीनरी का दुरुपयोग करना प्रारंभ कर दिया गया है।
कांग्रेस ने कहा कि मंत्री एवं डबरा से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए खुले रूप से घोषणा की है कि हमें केवल 8 सीट जीतना है और उन्हें 27 सीटें जितनी है, सत्ता सरकार का इतना बहुमत तो होता ही है कि सत्ता सरकार कलेक्टर से कहेगी जे सीट हमें चाहिए वह हमें मिल जाएगी। इससे स्पष्ट है कि भाजपा सरकार की विधानसभा के उपचुनाव को लेकर नीति और नियत में खोट है और इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि प्रस्तावित विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों में प्रशासनिक अधिकारियों का खुलकर दुरुपयोग किया जाएगा। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से उन 14 मंत्रियों को जो उपचुनाव में प्रत्याशी है, उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है।