क्षेत्रवार जानिए कहां कौन सी पार्टी बेहतर स्थिति में
क्षेत्र | कुल | भाजपा | कांग्रेस | टक्कर |
ग्वालियर | 9 | 4 | 3 | 2 |
चंबल | 7 | 1 | 4 | 2 |
मालवा | 5 | 3 | 1 | 1 |
निमाड़ | 2 | 0 | 2 | 0 |
बुंदेलखंड | 2 | 1 | 1 | 0 |
भोपाल | 2 | 2 | 0 | 0 |
महाकौशल | 1 | 1 | 0 | 0 |
स्थिति | 28 | 12 | 11 | 5 |
ग्वालियर। मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिए 3 नवम्बर को होने वाले उपचुनाव को लेकर आज रविवार की शाम शोरगुल वाला चुनाव प्रचार थम गया। चूंकि 28 विधानसभा सीटों में से 16 ग्वालियर अंचल से हैं इस कारण ग्वालियर में आज प्रचार के अंतिम दिन भाजपा कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी। इस दौरान एक दो स्थानों पर टकराव के हालात भी बने जिसे पुलिस ने टाल दिया।
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रविवार की दोपहर को ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में इंटक मैदान के सामने भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में झंडे-डंडे लेकर आमने-सामने आ गए। नारेबाजी के साथ दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की के साथ टकराव की स्थिति निर्मित हो गई। इंटक मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के कार्यकर्ता सम्मेलन कार्यक्रम से कांग्रेसी बाहर निकल रहे थे। संयोग से उसी समय भाजपा प्रत्याशी के रोड-शो में शामिल कार्यकर्ता भी वहीं आ गए। इसके कारण कुशवाह मैरिज गार्डन के सामने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव के हालात बन गए। पुलिस अधिकारियों ने पहले से आशंका को भांप लिया था, इसलिए सशा जवानों की मानव श्रृखंला बनाकर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच खड़ा कर दिया था। जवानों ने जाली व डंडे से दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग कर टकराव की स्थिति को टाला।
। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रविवार की दोपहर को ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में इंटक मैदान के सामने भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में झंडे-डंडे लेकर आमने-सामने आ गए। नारेबाजी के साथ दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की के साथ टकराव की स्थिति निर्मित हो गई। इंटक मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के कार्यकर्ता सम्मेलन कार्यक्रम से कांग्रेसी बाहर निकल रहे थे। संयोग से उसी समय भाजपा प्रत्याशी के रोड-शो में शामिल कार्यकर्ता भी वहीं आ गए। इसके कारण कुशवाह मैरिज गार्डन के सामने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव के हालात बन गए। पुलिस अधिकारियों ने पहले से आशंका को भांप लिया था, इसलिए सशा जवानों की मानव श्रृखंला बनाकर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच खड़ा कर दिया था। जवानों ने जाली व डंडे से दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को अलग-अलग कर टकराव की स्थिति को टाला।
दोपहर में हुआ एफएसटी टीम से विवाद:
हजीरा चौराहे पर शासकीय दुकानों पर भाजपा के झंडे लगे हुए थे। यहां पर कांग्रेस कार्यकर्ता भी अपने झंडे लगाने पहुंचे थे। इसी दौरान वहां पर एफएसटी टीम के अफसर पहुंच गए। उन्होंने जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को झंडे लगाने से रोका तो वह भड़क गए। उनका कहना था कि जब भाजपा के झंडे लग सकते हैं तो कांग्रेस के क्यों नहीं लगाए जा सकते हैं। इस पर एफएसटी अफसरों ने बताया कि यह सरकारी मार्केट है, इसलिए यहां पर किसी के भी झंडे या बैनर नहीं लगाए जा सकते हैं। वरिष्ठ नेताओं के पहुंचने के बाद विवाद शांत हुआ।