घनघोर मूसलाधार बारिश के कारण परेशान रहे ग्वालियर वासियों के लिए शुक्रवार का दिन राहत भरा रहा दिनभर सूर्यदेवता ने कृपा बरसाई लेकिन इसके बावजूद खतरा अभी टला नहीं है मौसम विभाग ने ग्वालियर अंचल को प्रदेश के उन छह जिलों में शामिल किया है जहां ऊंचाई वाले बादल डेरा डाले हुए है यही वजह है पूरे प्रदेश को तो रेड जॉन से मुक्त कर दिया गया है लेकिन ग्वालियर सहित एमपी के छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी है।
मध्य प्रदेश के करीब 40 जिलों में से 32 जिलों के नागरिकों के लिए गुड न्यूज़ है। प्रशांत के तूफान और चारों दिशाओं से आए मानसून के बादल, जिनके कारण पूरे मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश हो रही थी, तेज हवाओं के साथ उड़ गए हैं। उत्तर प्रदेश होते हुए नेपाल की तरफ आगे बढ़ रहे हैं सिर्फ 6 जिलों के आसमान पर घने बादल बचे हैं। पिछले पूर्वानुमान के अनुसार यह बादल 13 सितंबर तक मध्य प्रदेश के आसमान पर रुकने वाले थे। इसी पूर्वानुमान के कारण मुख्यमंत्री ने हाई अलर्ट जारी किया और सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी थी।
मध्य प्रदेश के बादल उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ रहे हैं
IMD – India Meteorological Department से प्राप्त हुई ताजा जानकारी के अनुसार अब मध्य प्रदेश के किसी भी जिले के आसमान पर इतने घने बादल नहीं है, जितने पिछले 48 घंटे में रहे थे। बादलों का घनत्व कम होता चला जा रहा है। इसलिए मौसम विभाग ने अब किसी भी जिले के लिए रेड अलर्ट जारी नहीं किया है। मध्य प्रदेश के आसमान पर छाए हुए बादल तेज हवाओं के साथ उत्तर प्रदेश की सीमाओं में प्रवेश कर चुके हैं। वह तेजी से तिब्बत की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। इस दौरान रास्ते में पढ़ने वाले उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों और नेपाल में मूसलाधार बारिश होगी। बिल्कुल वैसे ही जैसी पिछले 48 घंटे में मध्य प्रदेश में हुई है। प्रभावित इलाकों में बाढ़ का खतरा रहेगा।