ग्वालियर /कांग्रेस की सूची जारी होने के बाद जहां उसके भीतर बवाल और आक्रोश की खबरें हैं दिग्विजय सिंह पर परिवारवाद को बढ़ावा दिए जाने के आरोप लग रहे हैं वहीं दूसरी ओर भाजपा ने कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए कहा है कि कांग्रेस की सूची केवल और केवल परिवारवाद, दागदार, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी है।यही सूची ऐसे कांग्रेसियों से भरी है जो-
उधर कांग्रेस की लिस्ट में चौंकाने वाला फैसला केपी सिंह को लेकर किया गया है। पिछोर विधानसभा सीट से लगातार चुनाव जीतने वाले केपी सिंह को कांग्रेस ने इस बार शिवपुरी से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, पिछोर सीट से शैलेन्द्र सिंह को टिकट दिया गया है। शिवपुरी विधानसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। शिवपुरी विधानसभा सीट से अभी यशोधरा राजे सिंधिया विधायक हैं। यशोधरा राजे सिंधिया ने इस बार चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। कांग्रेस की सूची जारी होते ही आक्रोश और परिवारवाद को बढ़ावा दिए जाने के आरोप लग रहे हैं। इसको लेकर दिग्विजय के प्रति गुस्सा देखाजा रहा है। ग्वालियर ग्रामीण से साहाब सिंह का टिकिट होते ही केदार कसाना ने कांग्रेस छोड़ने का एलान कर दिया। उधर डबरा से भी सुरेश राजे के टिकिट को लेकर आक्रोश की खबरें हैं। इस सूची में गोविंद सिंह के साथ उनके भांजे राहुल सिंह को और इसी प्रकार केपी सिंह को शिवपुरी के साथ उनके भांजे शेलेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। वही दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन और भाई लक्ष्मण सिंह पर भी दोबारा से भरोसा जताया गया है।
उधर कांग्रेस की सूची जारी होने के बाद भाजपा ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि दिग्विजय सिंह बने कांग्रेस में एंट्री स्पेशल !कांग्रेस की सूची में दिग्गीवाद हावी…भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने एक्स पर लिखा कि
चुनाव में असहयोग के नाम पर दिग्गी ने किया खेला,नए नवेले, आयातित, पैराशूट लैंडर सभी को जगह,वरिष्ठ कांग्रेस नेतागण जैसे पंडित सुरेश पचौरी टारगेट पर,कमलनाथ साबित हुए रबर स्टांप प्रेसीडेंट…बोएं कमलनाथ, काटें दिग्गी,खोदें कमलनाथ, निकलें दिग्गी!
उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस की सूची केवल और केवल परिवारवाद, दागदार, भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी है।यही सूची ऐसे कांग्रेसियों से भरी है जो-
-जनजातीय नायकों का अपमान करते हैं,
-महिलाओं का उत्पीड़न करते हैं,
-महिलाओं पर अपमानजनक, अशोभनीय टिप्पणी करते हैं,
-अभद्र, अमर्यादित शब्द शैली का प्रयोग करते हैं,
-वंदे मातरम का विरोध करते हैं,
-कथावाचकों का अपमान कर गीता श्लोकों की पैराडी बनाते हैं,
-अनैतिक कृत्यों के वीडियो वायरल होते हैं…
ऐसे चाल-चरित्र-चेहरों को लेकर उतरी कांग्रेस की हार सुनिश्चित है।
कांग्रेस की अभी तो यह शुरुआत है। अब आज से आपसी जूतमपैजार, सिर फुटव्वल और इस्तीफों का दौर शुरू होगा।