कहा संविधान हमारा गौरव है, सम्मान है और भाजपा ने डॉ. अम्बेडकर जी की विरासत का सम्मान किया
उन्होंने बताया ग्वालियर में 25 जनवरी को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव संविधान गौरव अभियान में शामिल होंगे
ग्वालियर / भारतीय जनता पार्टी ग्वालियर के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष जयप्रकाश राजौरिया ने आज अपनी नियुक्ति के बाद विधिवत आयोजित पहली प्रेसवार्ता में ही मुखर होकर कांग्रेस पर जोरदार शाब्दिक हमला बोला, विषय था संविधान गौरव अभियान के अंतर्गत 25 जनवरी को आयोजित होने जा रहे कार्यक्रम का।मध्यप्रदेश के महू में कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली के जवाब में भारतीय जनता पार्टी की संविधान गौरव अभियान कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। भाजपा के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश राजौरिया के मुताबिक संगठन द्वारा पूरे देश भर में संविधान गौरव अभियान चलाया जा रहा है मध्य प्रदेश में भाजपा के बड़े नेता इस अभियान में शिरकत करेंगे। मध्य प्रदेश के महू में कांग्रेस द्वारा संविधान बचाओ रैली के चलते भाजपा का फोकस मध्य प्रदेश पर ही रहने वाला है ग्वालियर में 25 जनवरी को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव संविधान गौरव अभियान में शामिल होंगे, वही राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह, नितिन गडकरी समेत पार्टी के बड़े नेताओं का जमावड़ा मध्यप्रदेश में रहेगा। जिलाध्यक्ष जयप्रकाश राजौरिया ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने कदम कदम पर अंबेडकर का अपमान किया है वहीं भारतीय जनता पार्टी ने बाबा साहेब अंबेडकर को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।
श्री राजौरिया ने कहा कि संविधान रचियता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का कांग्रेस ने हमेशा अपमान किया। उनके जन्म से लेकर परिनिर्वाण तक कांग्रेस ने कभी उनको महत्व नहीं दिया। बाबा साहब के नाम पर वोट लेकर राजनीति करने वाली कांग्रेस ने बाबा साहब को भारत रत्न से भी सम्मानित नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सदैव बाबा साहब के योगदान को दबाकर रखा और उनको कभी भी उचित सम्मान नहीं दिया। जबकि भाजपा ने हमेशा उनके काम और उनके योगदान को सम्मान दिया।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया ने कहा कि कांग्रेस ने षड्यंत्र रचा कि बाबा साहब संसद में न पहुंचे इसके लिये 1954 के भंडारा महाराष्ट्र उपचुनाव में कांग्रेस ने फिर से काजरोलकर को फिर से मैदान में उतारा। उन्होंने कहा कि डॉ अंबेडकर जी हराने के लिए नेहरू ने व्यक्तिगत रूप से प्रचार किया, जो उनके प्रति नेहरू की शत्रुता को उजागर करता है। वहीं नेहरू ने एडविना माउंटबेटन को लिखे अपने पत्र में स्पष्ट रूप से 1952 के चुनाव मे डॉ. अंबेडकर जी को हराने के अपने इरादे का उल्लेख किया था।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ अंबेडकर जी ने कांग्रेस द्वारा उनकी नीतियों की जा रही अवहेलना और बार बार तिरस्कार से त्रस्त होकर 1951 में नेहरू के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया।
श्री राजौरिया ने कहा कि डॉ. अंबेडकर जी के महान योगदान के बाबजूद नेहरू इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकारों ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया। इसके बजाय 1970 में कांग्रेेस ने नारायण राव काजरोलकर को पदम भूषण सम्मान पुरस्कार दिया। जिन्होंने 1952 के चुनाव में डॉक्टर साहब को हराया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नेहरू- गांधी परिवार के लिये बड़े- बड़े स्मारक 50-50 एकड़ भूमि पर बनाएं जबकि डॉ अंबेडकरजी के योगदान की अनदेखी की।
राजौरिया ने कहा कि भारतीय संविधान में अबतक 106 संशोधन किये गये है जिनमें 75 संशोधन कांग्रेस के शासन में किये गये जो यह दर्शाता है कि कांग्रेस ने राजनीति स्वार्थ के लिये संविधान को बार बार बदला।
राजौरिया ने कहा कि इंदिरा गांधी के चुनाव को अवैध ठहराने वाले उच्च न्यायालय के फैसले के बाद कांग्रेस सरकार ने आपात काल लागू किया। मौलिक अधिकारों को निलंबित किया और राजनीतिक स्वतंत्रतता पर रोक लगा दी। राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया, प्रेस पर सेंसरशिप लगा दी गई और निगरानी तथा दमन के लिये सरकार मशीनरी का दुरूपयोग किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बार-बार आर्टिकल 356 का उपयोग विपक्ष शासित सरकारों को 88 बार बर्खास्त कर केन्द्रीय शासन लागू किया।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्री जयप्रकाश राजौरिया ने कहा कि भाजपा ने डॉ. अंबेडकर जी के देशहित में किए गए योगदानों का यशोगान किया गया।
श्री राजौरिया ने कहा कि भाजपा ने 2015 में प्रधानमंत्री मोदीजी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने भारत की संविधान द्वारा संविधान को अपनाने के उपलक्ष में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का ऐतिहासिक फैसला लिया। वहीं गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2010 में भारतीय संविधान के 60 साल पूरे होने के उपलक्ष में संविधान गौरव यात्रा का आयोजन किया। जिसमें भारतीय संविधान की प्रति को हाथी के सिर पर रख कर शहर में परेड की गई जो डॉ. अंबेडकर जी द्वारा लिखित संविधान के प्रति श्रद्धा का प्रतीक थी।
उन्होंने कहा कि संविधान के अंगीकरण के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में 26 नवंबर को हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान अभियान के तहत मनाया जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी ने डा. अंबेडकर जी की विरासत को सम्मानित करने के लिये हर संभव प्रयास किेया। 1990 में भाजपा सर्मिर्थत सरकार ने भारत के कानूनी और सामाजिक ढांचे को आकार देने में उनकी अद्वितीय भूमिका को मान्यता देते हुए डॉ. अंबेडकर जी को भारत का प्रतिष्ठित ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया।
श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में 12 अप्रैल 1990 को संसद के केन्द्रीय कक्ष में डॉ. अंबेडकरजी का तस्वीर लगाई जो भारतीय लोकतंत्र में उनके महत्व को दर्षाता है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के नेतृत्व ने लगातार डॉ. अंबेडकर जी के योगदान का सम्मान करने और यह सुनिश्चित करने के लिये काम किया है कि उनकी विरासत को आने वाली पीढ़ियों के लिये संरक्षित किया जायें। डॉ. अंबेडकर जी के जीवन से जुडे 5 प्रमुख स्थलों की पहचान की गई है और उन्हें पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया गया है उनमें शामिल है जन्म भूमि महू मध्य प्रदेश उनकी जन्मस्थली को प्रमुख स्मारक में बनाया, शिक्षा भूमि लंदन, दीक्षा भूमि नागपुर, तथा महापरिनिर्वाण भूमि दिल्ली, जहां बाबा साहब ने अंतिम सांसे ली तथा चैत्य भूमि मुंबई जहां उनकी समाधि बनाई गई।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने भीम एप लॉंच किया जो डॉ. अंबेडकर जी के नाम पर आधारित है। इस पहल ने डॉ0 अंबेडकर जी के नाम को वैश्विक मंच पर पहुंचा दिया है। श्री राजौरिया ने कहा कि कांग्रेस ने डा. अंबेडकर जी को उनके जीवित रहते हुए भी नजरअंदाज किया लेकिन भाजपा ने इतिहास के पन्नों में उनका नाम दर्ज कराने के हरसंभव प्रयास किये। 30 सितंबर 2015 को मोदीजी सरकार ने डॉ. अंबेडकर जी के जीवन और कार्य के सम्मान में एक स्मारक डाक टिकिट जारी किया।
श्री राजौरिया ने कहा कि भाजपा सरकार ने डॉ. अंबेडकर जी के लेखन और भाषणों को डिजिटाईज करने की पहल की। जिससे उनके विचारों और सिद्धांतों को अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सकें। यह नई पीढि को उनके विचारों से प्रेरणा लेने और सामाजिक और आर्थिक असमानता के खिलाफ उनके सिद्धांतो को लागू करने में मदद करता है।
पत्रकार वार्ता में भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी जवाहर प्रजापति, जिला महामंत्रीगण राजू पलैया, विनोद शर्मा, विनय जैन, संतोष गोडयाले, प्रतीक तिवारी, श्रीमती नीलिमा शिंदे, दारा सिंह सेंगर विशेष रूप से शामिल थे।