Homeप्रमुख खबरेंदेश की राजधानी में भगवा बहार, धड़ाम हुए केजरीवाल

देश की राजधानी में भगवा बहार, धड़ाम हुए केजरीवाल

                                     प्रवीण दुबे 

   देश की राजधानी दिल्ली में सत्ता परिवर्तन ने एकबार पुनः साबित कर दिया है कि देशभर की जनता पर प्रधानमंत्री मोदी का जादू सर चढ़कर बोल रहा है हाल ही में महाराष्ट्र हरियाणा उत्तरप्रदेश और अब दिल्ली के चुनावों में मिली जीत ने इस बात कों पूरी तरह प्रमाणित कर दिया है। दिल्ली चुनाव परिणामों को लेकर खबर लिखे जाने तक सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दिल्ली की लगभग 10 से अधिक मुस्लिम प्रभाव वाली सीटों पर भी भगवा मैजिक ने अपना प्रभाव दिखाया है इसमें मुस्तफा बाद, बाबरपुर जैसी सीटें भी शामिल हैं। साफ है सबका साथ सबका विकास की बात पर मुस्लिमों का विश्वास बढ़ता दिखाई दे रहा है। इस जीत का यह भी निहितार्थ है कि पूरी दिल्ली की जनता केजरीवाल के दस वर्षों से लगातार जारी भ्रष्टाचार, झूठ और निम्न स्तरीय आचरण से बुरी तरह से परेशान हो चुकी थी और उसने केजरिवावाल द्वारा एक और मोहलत दिए जाने की बात कों पूरी तरह से ठुकरा दिया है। व्यवस्था परिवर्तन का यह ज़नादेश इशारा करता है कि केजरीवाल का दस वर्षीय शासनकाल या फिर उससे पूर्व के 15 वर्षों के कांग्रेसी शासन में दिल्ली की मूलभूत परेशानिया जस की तस बनी रही कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं होना चाहिए कि देश के अन्य शहर स्मार्ट बनते चले गए जबकि देश की राजधानी की समस्यायें कम होने के बजाए विकराल होती गईं प्रदूषण, यमुना सफाई, पेयजल, यातायात, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सुरक्षा,बांग्लादेशी घुसपैठ, ड्रग्स, नशाखोरी ऐसे तमाम मुद्दे हैं जिसमें आप सरकार फिसड्डी साबित हुई है। ऐसा नहीं कि केजरीवाल को अपनी हार का अंदेशा नहीं था उन्हें अपनी संभावित हार आसन्न नजर आ गईं थी यही वजह थी उन्होंने दिल्ली की जनता से गिड़गिड़ाते हुए अपनी गलतियां सुधारने के लिए पांच वर्ष का समय मांगा था लेकिन जनता को मोदी की गारंटी पर विश्वास नजर आया और और उसने भाजपा के लिए 27 वर्षों का सूखा समाप्त कर देश की राजधानी पर भगवा परचम पर विश्वास व्यक्त किया

अरविंद केजरीवाल अपने विरोधियों पर कुछ भी आरोप लगाते रहे हैं. कई बार इसके चलते ही उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी है. उनकी छवि एक ऐसे नेता की बनती चली गई जिसकी बात पर कोई भरोसा नहीं होता. हद तो तब हो गई जब उन्होंने हरियाणा सरकार पर जानबूझकर जहरीला पानी भेजने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार दिल्ली में नरसंहार करना चाहती है. जिससे दिल्ली में अफरातफरी मच जाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों ने हरियाणा का पानी बॉर्डर पर ही रोक लिया इसके कारण हजारों की जान बच गई. दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के हार्डकोर समर्थकों को भी उनका ये बयान पसंद नहीं आया. उस पर हरियाणा सीएम नायब सैनी ने दिल्ली बॉर्डर पर जाकर यमुना का पानी पीकर केजरीवाल के नरेटिव को झूठा करार दे दिया.
अरविंद केजरीवाल राजनीति में आने से पहले कहा था कि वो वीवीआईपी कल्चर को खत्म करेंगे. गाड़ी, बंगला और सुरक्षा लेने की बात से भी उन्होंने इनकार किया था.पर सत्ता मिलने के बाद उन्होंने न केवल लग्जरी गाड़ियां लीं बल्कि केंद्र से जेड प्लस सुरक्षा मिलने के बावजूद पंजाब सरकार की टॉप सिक्युरिटी भी उन्होंने ली. पर मुख्यमंत्री होने के नाते उन्होंने जो अपने लिए उन्होंने जो एक्स्ट्रा लग्जुरियस आवास बनावाया उससे उनकी छवि काफी डेंट हुई. मीडिया ने उनके आवास को शीशमहल का नाम दिया.अब आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं अरविन्द केजरीवाल, मनीष सिसोदिया की शर्मनाक हार दिल्ली में सफाए से इस पार्टी के लिए अस्तित्व का संकट खड़ा हो गया है बीते एक दशक में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के साथ पंजाब में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के साथ राष्ट्रीय पार्टी बनने की यात्रा पूरी की थी जो अब दिल्ली की हार के बाद उसकी समाप्ति की ओर अग्रसर हो गई है।

समाचार लिखे जाने तक दिल्ली की 70 सीटों में भाजपा कों 47 और आप को 23 सीटें मिलने की संभावना

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments